सृजन घोटाला : बांका में घोटाले की राशि एक अरब के पार
बांका / भागलपुर : बांका में सृजन मामले को लेकर बुधवार को दूसरा मामला उजागर हुआ. जिलास्तरीय जांच टीम ने जिला भू-अर्जुन विभाग में फिर 18 करोड़ राशि की हेराफेरी का मामला पकड़ा है. इस सबंध में जिलाधिकारी कुंदन कुमार के निर्देश पर वर्तमान भू-अर्जन पदाधिकारी आदित्य कुमार झा ने तत्कालीन भू-अर्जन पदाधिकारी जयश्री ठाकुर, तत्कालीन नाजिर मो अनिश अंसारी, काे-ऑपरेटिव बैंक, बांका के तत्कालीन प्रबंधक, भागलपुर स्थित बैंक आॅफ बड़ौदा व इंडियन बैंक, भागलपुर के तत्कालीन प्रबंधक सहित सृजन महिला विकास सहयोग समिति लि. सबौर के सभी पदधारक व कर्मी पर बांका थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
एसपी चंदन कुमार कुशवाहा ने पुष्टि करते हुए बताया है कि 18 करोड़ में 6 करोड़ अज्ञात के द्वारा को-ऑपरेटिव बैंक, बांका के खाता में जमा कराया गया था. मामले की जांच गठित एसआइटी को सौंपी गयी है. मामला 2002 से 2014 तक का बताया जा रहा है. इससे पहले 83.10 करोड़ की हेराफेरी को लेकर 20 अगस्त को मामले में पहली प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
करोड़ों की सरकारी राशि के फर्जीवाड़े मामले की सुनवाई अब पटना सीबीआइ की विशेष अदालत में होगी. इस कारण बुधवार को सृजन मामले के चार आरोपितों की जमानत अर्जी को जिला अदालत ने खारिज कर दिया. सीबीआइ के एसपी किरण एस व एएसपी ने बुधवार को भागलपुर के सेशन जज व सीजेएम से मुलाकात की. दूसरी ओर इंडियन बैंक में बैंक अधिकारियों से सीबीआइ टीम ने घंटों पूछताछ की. आर्थिक अपराध इकाई द्वारा पूर्व में सीज किये गये कागजात के आधार पर सीबीआइ ने कई जानकारी मांगी.