किसानों को प्रधानमंत्री कृषि बीमा राशि के प्रमाण-पत्र वितरित
भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अब किसानों को किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा की चिन्ता करने की जरूरत नहीं है। किसानों के उत्पाद के नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार एक हजार करोड़ रूपये के फण्ड का प्रावधान कर रही है। मुख्यमंत्री ने यह बात गुना में आयोजित प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत किसानों के बीमा राशि के प्रमाण-पत्र वितरण समारोह में कही। कार्यक्रम में 65 हजार किसानों को 212 करोड़ रूपये की बीमा राशि के प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर गुना में 251.31 करोड़ रूपये लागत के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया और हितग्राहीमूलक योजनाओं के ऋण पत्र भी वितरित किये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों को स्मरण कराया कि किसानों की आय को दुगना करने के लिये राज्य सरकार संकल्पित है। इसके लिए किसानों को संसाधन मुहैया कराए जा रहे हैं। म.प्र. एक ऐसा राज्य है, जहां किसानों को खेती-किसानी हेतु बिना ब्याज के ऋण दिया जाता है। राज्य सरकार अब किसानों के हित में यह व्यवस्था भी करने जा रही है कि अगर किसान के किसी उत्पाद का मूल्य बाजार में गिर जाता है, तो उसके उत्पाद को समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। समर्थन मूल्य की राशि सीधे किसान के खाते में जमा करा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास रहने को घर, जमीन नहीं है, उन्हें राज्य सरकार मकान बनाने के लिये जमीन का पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाएगी। जरूरतमंदों को जमीन का पट्टा देने के साथ-साथ राज्य सरकार मकान बनाने एवं शौचालय बनाने के लिये धनराशि भी देगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर कहा कि गरीब वर्ग के बीमार व्यक्तियों के इलाज के लिए राज्य बीमारी सहायता निधि से दो लाख रूपये की सहायता दी जाएगी। अगर इतनी राशि से इलाज संभव नहीं होगा, तो मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान निधि से इलाज के लिए अतिरिक्त राशि दिलवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि खेती का कार्य करते समय अगर किसी की मृत्यु हो जाती है, तो उसके आश्रित परिवार को चार लाख रूपये की सहायतानुदान राशि दिलवाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने महिला स्वसहायता समूहों को स्वावलम्बी बनाने के लिए बैंकों से ऋण दिलवाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने आव्हान किया कि शहर एवं गांव को स्वच्छ रखने एवं वृक्षारोपण करने के लिये संकल्पित होकर कार्य करें।