जिन पर आरोप, वे जनता को दें जवाब : नीतीश
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर सीबआइ के केस और छापेमारी पर दो टूक कहा कि जिन पर आरोप लगे हैं, उन्हें तथ्यों के आधार पर प्रामाणिक जवाब देना चाहिए. सीएम आवास पर चार घंटे तक चली जदयू की बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों में हम लाेगों ने अपना बेंचमार्क बना रखा है, अब उनको काॅल लेना चाहिए. बैठक के बाद जदयू ने यह साफ कर दिया कि इस मामले में वह भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की अपनी नीति से कोई समझौता नहीं करेगा.
जदयू ने इशारों-इशारों में राजद के उस तर्क को मानने से इनकार कर दिया है, जिसमें कानूनी बाध्यता आने तक उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के इस्तीफा नहीं देने की बात कही गयी है. हालांकि, इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी, लेकिन बैठक के बाद जदयू ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में किसी भी निर्णय से पार्टी और उसके नेता के हाथ नहीं कांप रहे, जदयू और सरकार के मुखिया नीतीश कुमार के हाथ पूरी तरह से मजबूत हैं.
करीब 50 मिनट तक अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा कि वह अपनी नीतियों से कोई भी समझौता नहीं करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि हमने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को सपोर्ट कर कोई ऐतिहासिक गलती नहीं की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन पर आरोप लगे हैं, उन्हें जनता की अदालत में जाकर सफाई देनी चाहिए.
सभी विधायकों और पार्टी नेताओं की मौजूदगी में चली इस महत्वपूर्ण बैठक में 26 नेताओं ने अपनी बातें रखीं. सबकी बातें सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने अपनी बातें कहीं.
बैठक के बाद करीब 4:30 बजे पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार, डॉ अजय आलोक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जदयू गठबंधन धर्म निबाहना जानता है. उन्होंने राजद और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम लिये बिना कहा कि हमारी पार्टी की यह अपेक्षा है कि जिन लोगों पर आरोप लगे हैं, उन्हें जनता की अदालत में या सार्वजनिक तौर पर अपनी सफाई देनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी और उनके नेता किसी भी सूरत में भ्रष्टाचार की नीतियों से समझौता नहीं करेंगे. पार्टी ने इसके पहले ऐसे मामलों में चंद घंटों में इस्तीफा ले लिया है.