मुख्यमंत्री ने सम्पर्क किट का किया अनावरण
रायपुर: मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि बच्चों में अंग्रेजी और गणित के डर को भगाना होगा। यह तभी संभव होगा, जब इन दोनों विषयों को रूचिकर बनाया जाए। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि स्कूल शिक्षा विभाग, सम्पर्क फाउंडेशन की मदद से गणित और अंग्रेजी के लिए रोचक शिक्षण सामाग्री तैयार की गई है।
जब बच्चे खेल-खेल में गणित और अंग्रेजी पढ़ेंगे, तो उनमें शिक्षा के प्रति रूचि और आत्मविश्वास बढ़ेगा। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह आज यहां नवीन विश्राम गृह में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान के अंतर्गत सम्पर्क स्मार्ट शाला के अनावरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इसके अंतर्गत स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सम्पर्क फाउंडेशन की मदद से तैयार किए गए अंग्रेजी के शिक्षण सामाग्री को राज्य के 33 हजार प्राथमिक शालाओं में वितरित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि पिछले दो वर्षों से प्रदेश भर में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान चलाया जा रहा है। सभी की भागीदारी से इस अभियान को अच्छी सफलता मिल रही है। इस अभियान में सम्पर्क फाउंडेशन का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में किसी भी निजी स्कूल की तुलना में संसाधन ज्यादा हैं।
मेरिट में भी सरकारी स्कूल के बच्चे आगे रहते हैं। कोचिंग में लोग लाखों रूपए खर्च करते हैं, लेकिन आईआईटी, एनआईटी, पीईटी और पीएमटी में सबसे ज्यादा बच्चे सरकारी स्कूल और प्रयास विद्यालय के बच्चे चयनित होते हैं।
इसलिए अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने में संकोच नहीं करना चाहिए। उन्होंने बलरामपुर कलेक्टर द्वारा अपनी बच्ची का सरकारी स्कूल में दाखिला कराए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि यह दूसरे लोगों के लिए भी अनुकरणीय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी पहली से तीसरी तक के बच्चों को सम्पर्क किट दिए जा रहे हैं। आने वाले वर्षों में आठवीं तक के बच्चों को इस तरह के रूचिकर शिक्षण सामाग्री प्रदान की जाएगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा एक बच्चे के भविष्य की नींव है। नींव जितनी मजबूत होती है, उतना ही उसका बेहतर परिणाम मिलता है। उन्होंने कहा कि सम्पर्क फाउंडेशन के सहयोग से गत वर्ष राज्य के 33 हजार प्राथमिक शालाओं में गणित की शिक्षण सामग्री का वितरण किया गया था, जिसके अच्छे परिणाम मिले हैं। श्री कश्यप ने इस वर्ष अंग्रेजी की शिक्षण सामग्री तैयार करने के लिए सम्पर्क फाउंडेशन को बधाई दी। इससे बच्चे अंग्रेजी बोलने और लिखने में सक्षम हो सकेंगे।
इस अवसर पर सम्पर्क फाउंडेशन के संस्थापक श्री विनीत नायर ने राज्य में गत वर्ष शालाओं में लागू रोचक शिक्षण सामग्री गणित कार्यक्रम की तरह सम्पर्क स्मार्ट शाला अंग्रेजी कार्यक्रम को भी बच्चों के लिए बहुत उपयोगी बताया। इसमें एक विशिष्ट ध्वनि यंत्र ’सम्पर्क दीदी’ का उपयोग कर अंग्रेजी के पाठों में कहानियां, कविताएं और खेल गतिविधियांे को शामिल किए गए हैं।
इसके साथ ही थ्री-डी शिक्षण सामग्री का कक्षा में प्रदर्शित किया जाएगा। सम्पर्क दीदी एक चार्जेबल उपकरण है, जो बिना बिजली के विभिन्न कक्षाओं में शिक्षकों द्वारा आसानी से चलाया जा सकता है। कार्यक्रम को स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव श्री विकास शील ने भी सम्बोधित किया।