योगी सरकार के 100 दिन पर विपक्ष का हमला
लखनऊ: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के 100 दिन का कार्यकाल पूरा करने पर जारी रिपोर्ट कार्ड को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए आज कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा के ज्यादातर वादों पर अमल की दिशा में एक भी कदम नहीं उठाया गया है।
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यदेव त्रिपाठी और प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा सरकार के 100 दिनों पर 100 दिन, 100 फरेब के शीर्षक से दस्तावेज जारी किया। इस दस्तावेज में सरकार की विभिन्न प्राथमिकताओं को जिक्र करते हुए उनमें से ज्यादातर को खोखली, अधूरी और हास्यास्पद करार दिया गया है।
त्रिपाठी ने कहा कि कानून-व्यवस्था दुरस्त करने के नाम पर प्रदेश की सत्ता में आयी योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में आपराधिक वारदात में चार गुना तक बढ़ोत्तरी हुई है और 45 दिनों के अंदर सभी अपराधियों को सलाखों के पीछे डालने का वादा तो हास्यास्पद लगता है।
उन्होंने कहा कि ना तो प्रदेश की सभी सड़कें 15 जून तक गडढामुक्त हो पायीं और ना ही 80 लाख टन गेहूं की खरीद हुई। किसानों से 487 रपये प्रति क्विंटल के हिसाब से एक लाख मिट्रिक टन आलू खरीदे जाने का कार्यक्रम भी फ्लॉप साबित हुआ।
कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश ने कहा कि सख्त तेवर दिखाने वाले मुख्यमंत्री योगी के बार-बार कहे जाने के बावजूद आधे से ज्यादा मंत्रियों और अधिकारियों ने अपनी सम्पत्ति का ब्योरा नहीं दिया।
प्रदेश कांग्रेस ने 100 बिंदुओं वाले इस दस्तावेज में निजी स्कूलों की फीस कम किए जाने, नि:शुल्क लैपटॉप वितरण, 24 घंटे बिजली देने, पावर फॉर ऑल, बुंदेलखण्ड को 20 घंटे बिजली देने, एंटी रोमियो स्क्वायड, महिला सुरक्षा, गोपालक योजना, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना, एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स, कषि को विकास का आधार बनाने, गोमती की सफाई तथा भ्रष्टाचार रोधी टास्क फोर्स सम्बन्धी योगी सरकार की योजनाओं तथा वादों को हवा—हवाई, प्रगतिशून्य और लोकलुभावन मात्र करार दिया है।