सरकार फिर दुस्साहस न करे, नहीं तो राज्य जलेगा : हेमंत
रांची : प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा है कि सदन को कैद बना कर आदिवासियों का विनाश करनेवाला सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन का बिल सरकार ने राज्यपाल को भेजा था़ राज्यपाल ने प्रस्ताव लौटा कर जनभावनाओं के अनुरूप काम किया. आदिवासी-मूलवासी की ओर से उन्हें बधाई देता हूं. उन्होंने कहा : राजभवन में एक आदिवासी महिला बैठी हैं, आज वह नहीं होती, तो आदिवासियों का क्या होता, कल्पना नहीं की जा सकती है.
सरकार फिर से दुस्साहस ना करे, जिससे झारखंड जले. सीएनटी, एसपीटी एक्ट में संशोधन संबंधी बिल राज्यपाल के वापस लौटाने के बाद हेमंत सोरेन सोमवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा : झामुमो जल, जंगल, जमीन के लिए संघर्ष करता रहा है. झामुमो सड़क से सदन तक आंदोलन करेगा.
यही कारण है कि अफसर मामले को दबा रहे हैं, चुप्पी साध ली है़ जमीन और शराब बेचना, नक्सली कह कर गरीबों की हत्या करना, उद्योगपतियों का मनोरंजन करना और सैर-सपाटा करना, सरकार का काम रह गया है़ इस मौके पर झामुमो महासचिव विनोद पांडेय भी मौजूद थे़