किसानों का कर्ज माफ करे सरकार : हेमंत सोरेन
रांची. झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार किसानों का कर्ज माफ करे. इसके साथ ही किसानों की खेती के लिए सिंचाई समेत अन्य वैकल्पिक व्यवस्था करेे. अगर सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील नहीं हुई, तो झामुमो पूरे राज्य में किसानों के मुद्दे को लेकर आंदोलन करेगा. इसके लेकर आवश्यक रणनीति बनायी जायेगी. श्री साेरेन शनिवार को पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक के बाद पार्टी सुप्रीमो शिबू साेरेन के आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि यहां के किसान भी अब आत्महत्या करने लगे हैं, इसलिए कार्यसमिति में प्रस्ताव पारित कर सरकार से कर्ज माफी की मांग की गयी है. कार्यसमिति की बैठक में सीएनटी-एसपीटी, निर्दोष आदिवासियों को उग्रवादी बता कर मुठभेड़ में मारने जैसे कई मुद्दों पर बात हुई है.
किसानों के मुद्दे पर दूसरे दलों से भी लेंगे सहयोग
श्री सोरेन ने कहा कि जरूरत पड़ी, तो वे किसानों के मुद्दे पर होनेवाले आंदोलन में अन्य साथी दलों का भी सहयोग लेने में पीछे नहीं हटेंगे. किसानों की संख्या धीरे-धीरे घट रही है. किसान अब मजदूर बनते जा रहे हैं. यह उचित नहीं है. खेती के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं होने और कर्ज में डूबने की वजह से अब आत्महत्या कर रहे हैं. राज्य सरकार को किसानों से कोई मतलब नहीं रह गया है. सरकार सिर्फ राजनीति कर रही है.
सीएनटी-एसपीटी संशोधन के खिलाफ जारी रहेगा आंदोलन
उन्होंने कहा कि सीएनटी-एसपीटी संशोधन के खिलाफ झामुमो का आंदोलन जारी रहेगा. संशोधन वापस होने तक यह आंदोलन चलेगा. उन्होंने कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट में किये गये संशोधन का असर मुख्यमंत्री के दौरे पर साफ नजर आ रहा है. हर दिन किसी-न-किसी पार्टी का इस विषय पर आंदोलन हो रहा है. झामुमो राज्य के आदिवासियों को बचाने के लिए लगातार सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन कर रहा है.
दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुए झामुमो नेता : झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के आवास पर शनिवार को दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया. इसमें पार्टी के पदाधिकारी समेत कई नेताओं ने हिस्सा लिया.
राजनीति कर रही है सरकार
श्री सोरेन ने कहा कि राज्य का विकास छोड़ कर सरकार सिर्फ राजनीति कर रही है. पंचायत कार्यालयों में भाजपा के कार्यकर्ताओं को भेजा जा रहा है. कमल क्लब में भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए फंडिंग की जा रही है. राज्य सरकार का हिडेन एजेंडा धीरे-धीरे सामने आ रहा है. पूरे राज्य में सांप्रदायिक सदभावना बिगड़ रही है.