पप्पू यादव और बिहार के शिक्षा मंत्री की सुरक्षा में कटौती
पटना : जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और सांसद पप्पू यादव की सुरक्षा में कटौती की गयी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यादव की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के जवानों को शनिवार से हटा लिया गया है. बताया जा रहा है कि अब पप्पू यादव को बिहार पुलिस सुरक्षा देगी. इस फैसले के बाद पप्पू यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि उन्हें इस बात की आधिकारिक जानकारी नहीं है. उन्होंने एक क्षेत्रीय चैनल से बातचीत में कहा कि वह इस मामले को लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे. पप्पू यादव ने कहा कि वह लगातार भू-माफिया और बिहार के घोटालेबाजों पर सवाल उठाते रहे हैं. उनके मुताबिक, उनके पूरे परिवार पर खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने कहा कि रिजल्ट घोटाला और पेपर लीक घोटाले को लेकर उन्होंने कई लोगों से लोहा लिया है और उनकी सुरक्षा काफी जरूरी है.
वहीं दूसरी ओर बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी के सुरक्षा में भी भारी कटौती की गयी है. अशोक चौधरी शिक्षा मंत्री के अलावा बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं. जानकारी के मुताबिक शनिवार को सुबह दोनों नेताओं के पास अर्धसैनिक बल के कमांडेंट का आदेश पहुंचा और उन्हें दोनों नेताओं के बंगले से सुरक्षा हटा ली गयी है. राजनीतिक गलियारे में सुरक्षा हटाने को लेकर चर्चा का बाजार गरम हो गया है.
इससे पूर्व हाल में कोर्ट में हथकड़ी लगाकर पेश किये जाने के मामले को लेकर पप्पू यादव चर्चा में रहे थे. उल्लेखनीय है कि उक्त मामले में एक अप्रैल को प्रथम श्रेणी की न्यायिक दंडाधिकारी संगीता कुमारी की अदालत में पप्पू यादव को पेश किये जाने पर दंडाधिकारी ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद पप्पू की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें न्यायिक हिरासत में आगामी 13 अप्रैल तक के लिए भेजे जाने का निर्देश दिया था. गत 24 जनवरी को विधि व्यवस्था को लेकर पटना शहर के गांधी मैदान में दर्ज एक मामले में पुलिस ने सांसद पप्पू यादव को गत 27 मार्च की रात्रि में गिरफ्तार किया था. जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव ने 27 मार्च को बिहार कर्मचारी चयन आयोग में प्रश्नपत्र लीक मामले, बिजली दर में बढ़ोतरी सहित अन्य मामलों को लेकर जन अधिकार मोर्चा द्वारा पटना में आयोजित धरने में भाग लिया था.