मोदी-मर्केल की मुलाकात: आतंकवाद को खत्म करने में यूरोप निभाए भूमिका
बर्लिन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार देशों की अपनी छह दिवसीय यात्रा के पहले चरण में सोमवार को जर्मनी पहुंचे. इस दौरे में प्रधानमंत्री जर्मनी के अलावा स्पेन, रूस और फ्रांस भी जायेंगे. इस यात्रा का उद्देश्य इन देशों के साथ द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देना और भारत में और निवेश को आमंत्रित करना है. मोदी ने जर्मनी की यात्रा को द्विपक्षीय संबंधों में ‘नया अध्याय’ बताया है. मोदी ने सोमवार की शाम चांसलर एंजेला मर्केल से मुलाकात भी की थी.
मोदी ने अपनी यात्रा से पहले फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि यह यात्रा जर्मनी के साथ हमारे द्विपक्षीय सहयोग में नया अध्याय लिखेगी और हमारी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगी.’ मोदी ने कहा कि वह और एंजेला व्यापार एवं निवेश, सुरक्षा एवं आतंकवाद रोधक, नवोत्कर्ष और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, कौशल विकास, शहरी आधारभूत ढांचा, रेलवे और नागरिक उड्डयन, अक्षय ऊर्जा, विकास सहयोग, स्वास्थ्य एवं वैकल्पिक चिकित्सा क्षेत्रों पर विशेष ध्यान के साथ सहयोग के भविष्य का खाका तैयार करेंगे.
जर्मनी को मूल्यवान सहयोगी बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जर्मन क्षमताएं भारत के रूपांतरण हेतु मेरे दृष्टिकोण के साथ बहुत सटीक बैठती हैं.’ इस दौरे का औपचारिक भाग आज से शुरू होगा, जब मोदी का चांसलरी में सैन्य सम्मान के साथ स्वागत होगा, जिसके बाद वह द्विपक्षीय भारत जर्मन अंतरसरकारी विचार विमर्श सम्मेलन (आईजीसी) के चौथे दौरे के तहत एंजेला के साथ बातचीत करेंगे. अंतिम आईजीसी अक्तूबर 2015 में नयी दिल्ली में हुई थी, जब द्विपक्षीय संबंधों में असरदार तरीके से मजबूती आयी थी.
बर्लिन में, दोनों नेताओं के बीच कई समझौते होने की संभावना है और वे दक्षिण चीन सागर की स्थिति, चीन की ‘वन बेल्ट, वन रोड’ पहल और आतंकवाद के बढ़ते खतरे जैसे कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं. प्रधानमंत्री मोदी और चांसलर एंजेला मंगलवार को ‘भारत जर्मन बिजनेस फोरम’ के उद्घाटन से पहले वरिष्ठ व्यापारी नेताओं से दोपहर भोज पर मुलाकात करेंगे.