‘मौत का कुआं’ है पाकिस्तान : उज्मा
नयी दिल्ली : पाकिस्तान में बंदूक का भय दिखाकर कथित तौर पर विवाह करने को मजबूर की गयी भारतीय नागरिक उज्मा अहमद ने पाकिस्तान को ‘मौत का कुंआ’ करार दिया और अपनी सकुशल वापसी के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एवं भारतीय मिशन के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया.
उज्मा ने कहा कि भारतीय नागरिक होना खुद में गर्व की बात है और भारत में जितनी स्वतंत्रता है, वैसी कहीं और नहीं है. उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना चाहती है और वह सरकार के प्रयासों के लिए स्वयं उन्हें धन्यवाद देना चाहती है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान में भारतीय उप उच्चायुक्त जेपी सिंह एवं अन्य अधिकारियों के साथ बैठी और बेहद भावुक दिख रही उज्मा ने कहा, ‘‘पाकिस्तान जाना आसान है, लेकिन वहां से वापस आना बेहद कठिन है.”
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान मौत का कुआं है. वहां से कोई निकल नहीं सकता. मैंने वहां महिलाओं को शादी के बाद आते देखा. उनकी स्थिति दयनीय है और वे त्रासद जिंदगी जीने को मजबूर हैं. बेहद खराब हालात हैं. वहां पर हर घर में दो, तीन, चार पत्नियां रखते हैं.” उज्मा ने कहा कि बुनेर एक ऐसा क्षेत्र है, जहां तालिबान का नियंत्रण रहा था और यहां पर बेहद खराब हालात हैं.
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी नागरिक ताहिर, उज्मा को नींद की गोलियां देकर इस इलाके में ले आया था. उज्मा ने कहा कि जो वहां के हालात है, अगर मैं 2-3 दिन और रुक जाती, तो शायद मैं जिंदा नहीं बच पाती. पाकिस्तान में अपने अनुभव बताते हुए उज्मा कई बार बेहद भावुक हो उठीं और उनकी आंखें नम हो गयीं. उज्मा ने बार-बार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों का आभार जताया.