आगरा और गोरखपुर के हवाईअड्डों का हुआ नामकरण
लखनऊ: आगरा एयरपोर्ट अब दीनदयाल उपाध्याय एयरपोर्ट और गोरखपुर एयरपोर्ट अब महायोगी गोरखनाथ जी एयरपोर्ट कहलाएगा. यह फैसला मंगलवार को यूपी में योगी सरकार की तीसरी कैबिनेट मीटिंग में लिया गया. इसके पहले 7 अप्रैल को योगी सरकार ने एक दर्जन से ज्यादा सरकारी योजनाओं के नाम से समाजवादी शब्द हटा दिया था.
कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि “गोरखपुर में एयरफोर्स के एयरपोर्ट पर बन रहे सिविल टर्मिनल का नाम महायोगी गोरखनाथजी एयरपोर्ट और आगरा एयरफोर्स के एयरपोर्ट पर बन रहे सिविल टर्मिनल का नाम दीनदयाल उपाध्याय एयरपोर्ट करने का प्रस्ताव कैबिनेट में आया था, जिसे कैबिनेट ने मंजूर कर लिया है.”
अखिलेश सरकार की जिन योजनाओं के नाम से समाजवादी शब्द हटाया गया था उनमें समाजवादी एम्बुलेंस सेवा, समाजवादी स्मार्टफोन योजना, समाजवादी पेंशन योजना, समाजवादी स्वास्थ्य बीमा योजना, समाजवादी नमक वितरण योजना, समाजवादी किसान बीमा योजना, समाजवादी युवा स्वरोजगार योजना, समाजवादी हथकरघा बुनकर पेंशन योजना, समाजवादी रोजगार योजना, समाजवादी आवास योजना और समाजवादी रिक्शा योजना शामिल हैं.
इसके पहले भी यूपी में समाजवादी पार्टी और बसपा की सरकारें एक-दूसरे के रखे हुए नामों को बदलती रही हैं. मायावती ने अमेठी को जिला बनाकर उसका नाम छत्रपति शाहूजी नगर कर दिया था. मुलायम आए तो उन्होंने मायावती का फैसला रद्द कर दिया. फिर मायावती आईं तो उन्होंने पुराना फैसला लागू कर दिया. फिर 2012 में जब अखिलेश आए तो उन्होंने शाहूजी का नाम बदलकर अमेठी कर दिया. यही नहीं उन्होंने मायावती के रखे हुए सभी जिलों के नाम बदल दिए थे. मिसाल के लिए उन्होंने प्रबुद्ध नगर का नाम शामली. भीम नगर का नाम बहजोई, पंचशील नगर का नाम हापुड़, ज्योतिबा फुले नगर का नाम अमरोहा, महामाया नगर का नाम हाथरस, कांशीराम नगर का नाम कासगंज, रामबाई नगर का नाम कानपुर देहात और छत्रपति शाहूजी महाराज नगर का नाम अमेठी रख दिया था.
योगी सरकार भी अपनी पसंद के महापुरुषों के नाम पर नामकरण कर रही है.