प्रदेश की पूरी ग्यारह सीटें जीत रहे हैं हम – विष्णु देव साय
रायपुर। कांग्रेस एक डूबता हुआ जहाज है, उस पार्टी में अभी बिखराव है। पिछले कुछ समय में हजारों की संख्या में लोगों ने कांग्रेस को छोड़ कर भाजपा में प्रवेश किया है। उन्हे कैंडिडेट भी नही मिल पा रहे हैं। उसको अलग-अलग जगह कैंडिडेट बनाकर भेजना पड़ रहा है। मुद्दाविहीन है कांग्रेस और निश्चित ही इसका फायदा भारतीय जनता पार्टी को होगा। जनता का भरपूर आशीर्वाद मिल रहा है। इस बार पूरी ग्यारह की ग्यारह सीट हम जीतने वाले हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एक साक्षात्कार में उक्त बातें कही।
सीएम साय ने कहा कि कांग्रेस मुद्दाविहीन हो गई है। आजादी के 75 वर्षों में 55-60 साल तक उसकी सरकार रही और उन्होंने देश को छलने का काम किया। इसलिए देश की जनता का विश्वास कांग्रेस पार्टी खो चुकी है और लोगों को भ्रम में डालने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस के नेता कुछ भी उल्टी-सीधी बातें कर रहे हैं। यहीं नहीं हमारे शीर्ष नेताओं के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है कांग्रेस पार्टी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दो साल में नक्सलवाद को खत्म करने की बात पर श्री साय ने कहा कि जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार छत्तीसगढ़ में आई है तब से नक्सलवाद के खिलाफ हम मजबूती से लड़ाई लड़ रहे हैं। डबल इंजन की सरकार है, केंद्र से भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। जिससे हम लोग मजबूती के साथ ये लड़ाई लड़ पा रहे हैं। अभी तक एक दिन में 29 नक्सलियों को खत्म करना, जिनमें से दो नक्सली बीस-बीस लाख के इनामी भी थे, ये बहुत बड़ी सफलता है। लेकिन हम लोगों ने आत्मसमर्पण का भी ऑप्शन रखा है और छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सलियों के लिए पुनर्वास नीति है। उसमें विश्वास करके सैकड़ों नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं और उनके साथ सरकार न्याय भी करेगी।
आदिवासियों से संबंधित सवाल पर विष्णु देव साय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा से आदिवासियों की चिंता करने वाली पार्टी रही है। जब श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने भारत सरकार में पहली बार आदिम जाति कल्याण मंत्रालय का गठन किया। आज आदिवासियों का सम्मान बढ़ाने के लिए देश के सर्वोच्च पद पर हमारे समाज की बहन श्रीमती द्रौपदी मुर्मू विराजमान है। छत्तीसगढ़ में आदिवासी का बेटा मुख्यमंत्री के रूप में है। वास्तव में भारतीय जनता पार्टी आदिवासियों की चिंता करती है। आदरणीय मोदी जी के आशीर्वाद से यहां के आदिवासियों के विश्वास पर पूरा खरा उतरने का प्रयास रहेगा।