अब ऑनलाइन होंगी परीक्षाएं, उत्तर पुस्तिकाएं भी होंगी सार्वजनिक : सीएम
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में परीक्षाएं अब ऑनलाइन होंगी. इससे न तो प्रश्नपत्र सेट करने और न उत्तर बदलने की जरूरत पड़ेगी और न ही मूल्यांकन में कोई धांधली होगी. सब पारदर्शी तरीके से होगा. वह मंगलवार को बिहार उद्यमी संघ द्वारा आयोजित ‘फोर्थ बिहार उद्यमिता सम्मिट 2017 स्टार्टअप’ के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे. मुख्यमंत्री ने किसी परीक्षा का नाम तो नहीं लिया, लेकिन टॉपर घोटाला, बीएसएससी प्रश्नपत्र लीक आदि को लेकर कहा कि किसी के माथे पर तो नहीं लिखा होता कि वह गड़बड़ी करेगा. इसके बावजूद गड़बड़ी हुई. हर चीज को पारदर्शी बना देने से यह समस्या नहीं होगी. ऑनलाइन ही प्रश्न पूछे जाएं व उत्तर दिये जाएं और जांच भी इसी माध्यम से हो.
इसके बाद उत्तरपुस्तिकाएं भी ऑनलाइन कर दी जाएं, ताकि पता चल सके कि किसने क्या लिखा और उसे क्या नंबर मिले? मुख्यमंत्री ने माना कि बिहार में शिक्षकों की कमी है. कहा-भौतिकी, गणित, अंगरेजी जैसे विषयों के शिक्षक कम मिलते हैं. सरकार इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज भी खोलना चाहती है, लेकिन फैकल्टी कम मिलते हैं. ऐसे में रिटायर्ड शिक्षकों को लेना पड़ता है. शिक्षकों की कमी के कारण एक बेहतर शिक्षक एक साथ कई स्कूलों में क्लास ले रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सिर्फ 13% युवा उच्च शिक्षा में जा पाते हैं. ऐसा गरीबी के कारण हो रहा है, इसलिए राज्य सरकार सात निश्चय के तहत सामान्य, प्रोफेशनल व टेक्निकल कोर्स के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत चार लाख रुपये तक का लोन दे रही है.
वहीं, रोजगार की तलाश के लिए स्वयं सहायता भत्ता, भाषा की जानकारी व कंप्यूटर के ज्ञान के लिए कुशल युवा कार्यक्रम शुरू किया गया है. साथ ही 500 करोड़ के वेंचर फंड की व्यवस्था की जा रही है. महिला सशक्तीकरण के लिए साइकिल योजना, पोशाक योजना के अलावा महिलाओं को सभी प्रकार की नौकरी में 35% आरक्षण दिया गया है.