विद्यार्थियों को रूचि के अनुरूप पढ़ाई करनी चाहिए: बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर:कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि विद्यार्थियों को बेहतर भविष्य के लिए अपनी रूचि से संबंधित शिक्षा लेनी चाहिए। रूचि अनुसार शिक्षा लेने से सफलता की संभावना अधिक रहती है। श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी अब युवाओं को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर की शिक्षण सुविधाएं मिल रही है। राज्य के युवा भविष्य के लिए लक्ष्य निर्धारित कर उच्च शिक्षा प्राप्त करेंगे तो उन्हें सफलता निश्चित रूप से मिलेगी। श्री अग्रवाल आज यहां जे.एन. पाण्डेय शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सभाकक्ष में बारहवीं परीक्षा दिला रहे विद्यार्थियों के लिए आयोजित कैरियर मार्गदर्शन सेमीनार को सम्बोधित कर रहे थे। इसका आयोजन नव अंकुर संस्था द्वारा किया गया।
श्री अग्रवाल ने कहा कि युवाओं को हर मामले में अपनी सोच का दायरा बढ़ाना होगा। उन्हें केवल छत्तीसगढ़ में ही उपलब्ध शिक्षा सुविधाओं पर ही ध्यान नही देना चाहिए। देश के अन्य राज्यों में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए आगे आना चाहिए। वैश्विक बाजार के इस दौर में व्यावसायिक शिक्षा का विशेष महत्व है। शासकीय सेवाओं के अलावा निजी क्षेत्रों तथा व्यावसायिक उपक्रमों में भी सेवा के बेहतर अवसर उपलब्ध है। श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्किल डेव्हलपमेंट और स्टार्टअप योजना शुरू की है। छत्तीसगढ़ में भी राज्य सरकार द्वारा युवाओं के कौशल विकास के लिए नई-नई योजनाएं संचालित की जा रही है।
श्री अग्रवाल ने नव अंकुर संस्था की ओर से पी.ई.टी. और पी.एम.टी. जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण देने के कार्य भी सराहना की और बैंक, रेलवे सहित अन्य सार्वजनिक उपक्रमों में भर्ती के लिए होने वाली परीक्षाओं से संबंधित क्रेस-कोर्स चलाने का सुझाव संस्था के प्रतिनिधियों को दिया। श्री अग्रवाल ने विद्यार्थियों से अपने परिजनों के सपनों को पूरा करने के लिए पूरी लगन से मेहनत करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बारहवीं पास करने के बाद उच्च शिक्षा की संस्थाओं में पहुंचने पर युवाओं की जिम्मेदारी स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है। परिवारजनों को युवाओं से बहुत अपेक्षाएं होती है। हर परिवार चाहता है कि उनके बच्चे समाज में अपना अच्छा स्थान बनाएं। युवाओं को इसके लिए स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित कर सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा।
श्री अग्रवाल ने कहा कि आज संचार के आधुनिक संसाधन युवाओं के लिए आसानी से उपलब्ध है। इन संसाधनों का सही उपयोग करने की कला युवाओं को आनी चाहिए। ऐसे संसाधनों के माध्यम से वे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। समय का सदुपयोग करने में इन संसाधनों से बहुत मदद मिलती है। श्री अग्रवाल ने कहा कि किसी भी व्यक्ति या संस्था की सफलता हमें उनके शिखर पर पहुंचने पर ही दिखाई देती है, लेकिन हमें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि उन्होंने किस तरह कठिन परिश्रम के साथ हर पल का उपयोग कर कामयाबी पाई है। इस अवसर पर अंकुर संस्था के श्री यशवंत अग्रवाल, श्री रितेश जोशी सहित अन्य कई सदस्य मौजूद थे।