मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर में गहोई भवन का किया लोकार्पण
रायपुर: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज राजधानी रायपुर में एम्स के समीप टाटीबंध में श्रीगहोई वैश्य समाज, रायपुर द्वारा बनवाए गए नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर राष्ट्र कवि मैथिलीशरण गुप्त को नमन करते हुए कहा की एम्स में मरीजों के इलाज के दौरान मरीजों और उनके परिजनों के रुकने की व्यवस्था के लिए समाज द्वारा यह भवन बनवाया गया है। श्रीगहोई वैश्य समाज रायपुर ने सेवाभाव से यह बहुत ही प्रशंसनीय और पुनीत कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सबको नवनिर्मित भवन के लोकार्पण की बधाई देता हूँ। सामाजिक भवनों, धर्मशालाओं में समाज के उत्थान और विकास की चर्चाएं भी होती हैं, दूसरे समाज के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ के बाहर दूसरे राज्यों से आने वाले मरीजों के लिए यह भवन काफी उपयोगी होगा। कई बार इलाज के लिए काफी समय के लिए रुकना पड़ता है, ऐसे में इस भवन के माध्यम से मरीजों और उनके परिजनों की रुकने की समस्या का समाधान हो सकेगा और उन्हें काफी राहत प्रदान करेगा। अस्पताल के मरीजों के लिए आप कमरे उपलब्ध कराएंगे, इस कार्य को मरीज और उनके परिजन कभी नहीं भुला पाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज का यह कार्य उच्च कोटि की मानव सेवा है। समाज द्वारा नया रायपुर में सामाजिक भवन के लिए जमीन की मांग पर उन्होंने कहा कि कोई भी समाज जिसके पास जमीन नहीं है, उन्हें सामाजिक कार्यों के लिए निर्धारित राशि देने पर भू खण्ड दिया जा रहा है। कलेक्टर गाइडलाइन को भी हमने 30 प्रतिशत कम कर दिया है। श्री बघेल ने कहा कि समाज के नाम से जमीन की रजिस्ट्री करा लें ,भवन बनाने के लिए सहायता दी जाएगी।
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कार्यक्रम का अध्यक्षता की। विशेष अतिथि के रूप में सांसद श्री सुनील सोनी, संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष एवं विधायक श्री कुलदीप जुनेजा, विधायक श्री बृजमोहन अग्रवाल, रायपुर महापौर श्री एजाज ढेबर भी उपस्थित थे।
गहोई समाज के अध्यक्ष श्री अशोक बानी ने बताया कि अत्याधुनिक सुविधायुक्त यह भवन विशेष रूप से एम्स रायपुर के मरीजों के परिजनों के ठहरने के लिए बनाया गया है। सचिव श्री संजय गुप्ता व कोषाध्यक्ष श्री पंकज सरावगी ने बताया कि भवन के लोकार्पण समारोह में समाज के विभिन्न स्थानों से समाज के लोग एकत्रित हुए हैं।