मुख्यमंत्री ने परसतरई में वीर शिरोमणि छत्रपति शिवाजी महाराज की पाषाण मूर्ति का किया अनावरण
रायपुर: मुख्यमंत्री ने परसतरई में वीर शिरोमणि छत्रपति शिवाजी महाराज की पाषाण मूर्ति का किया अनावरण
छत्रपति शिवाजी महाराज की है 393 वीं जयंती
रायपुर, 19 परवरी 2023 :मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज बालोद जिले के अर्जुंदा तहसील अंतर्गत ग्राम परसतराई में वीर शिरोमणि छत्रपति शिवाजी महाराज जी की पाषाण प्रतिमा का अनावरण किए।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महान शासक और योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर उन्हें नमन किया है।गौरतलब है कि छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती भारतवर्ष 19 फरवरी को मनाई जाती है. शिवाजी भोंसले, जिन्हें आमतौर पर छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से जाना जाता है, भारत में एक प्रमुख मराठा शासक थे। शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी, 1630 को पुणे की जुन्नार तहसील के शिवनेरी किले में हुआ था। मराठा योद्धा की बहादुरी के कई किस्से, वृत्तांत हैं. मराठा साम्राज्य के संस्थापक को खुशी और गर्व के साथ सम्मानित करने के लिए 19 फरवरी को शिवाजी जयंती मनाई जाती है। छत्रपति शिवाजी महाराज भारत के सबसे साहसी, प्रगतिशील और सशक्त शासकों में से एक थे।
प्रतिमा के अनावरण के बाद मुख्यमंत्री ने छ्त्रपति शिवाजी महाराज के साहस और पराक्रम को याद करते हुए कहा कि शिवाजी महाराज को स्मरण करते समय सदैव एक आत्मविश्वास और शौर्यता से भरे व्यक्तित्व की तस्वीर उभरती है।
इस पाषाण मूर्ति की सबसे खास बात ये है की इसे बनाने में गोबर से बने प्राकृतिक रंगों का उपयोग हुआ है जिसकी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सराहना करते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति बहुत सुंदर बना है और इसमें गोबर से बने प्राकृतिक रंग का प्रयोग हुआ है, देखकर बिलकुल भी ऐसा नहीं लगता कि गोबर से बने पेंट से मूर्ति को रंगा गया है, ये हमारे लिए हर्ष का विषय है।
इस मौके पर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के साथ , केन्द्रीय अध्यक्ष, दिल्लीवार कुर्मी क्षत्रिय समाज डॉ. राजेन्द्र हरमुख जी अतिविशिष्ट अतिथि- संसदीय सचिव – छ.ग. शासन एवं विधायक – गुण्डरदेही श्री कुंवर सिंह निषाद जी , विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा, श्री हरदेव दिल्लीवार जी वरिष्ठ समाजसेवी , श्री अशोक कुमार देशमुख महामंत्री, दिल्लीवार कुर्मी क्षत्रिय समाज, माननीया श्रीमती अंजु पाटिल सरपंच ग्राम पंचायत परसतराई आदि उपस्थित रहेl
क्रमांक..7025/सुनील त्रिपाठी