ब्लॉगः मिसाल तब बनती जब ट्विन टावर बनता ही नहीं, पर यह नहीं हो सका
नोएडा का सुपरटेक ट्विन टावर आखिरकार जमींदोज हो गया। सैकड़ों करोड़ रुपयों की लागत से बने दोनों टावर पल भर में ताश के पत्तों की तरह भरभरा के गिर गए। ट्विन टावर के बनने और तोड़े जाने की सारी कथा में बिल्डर की ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने और सरकारी महकमों में फैला करप्शन साफ दिखता है। हमें इन दोनों पर निर्णायक वार करना होगा।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स