5 दशकों तक गांधी परिवार से वफादारी…बेवजह नहीं है गुलाम नबी आजाद का दर्द
गुलाम नबी आजाद को संजय गांधी सियासत में लेकर आए। ब्लॉक सेक्रटरी से शुरू हुआ सफर यूथ कांग्रेस अध्यक्ष, कांग्रेस महासचिव, सांसद, केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष तक चला। संजय के साथ-साथ वह इंदिरा के भी भरोसेमंद बने। दोनों की हत्या के बाद राजीव और उनकी हत्या के बाद सोनिया गांधी के भी उतने ही करीबी रहे।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स