DRS मामले में BCCI ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शिकायत ली वापस
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने विवादास्पद डिसिजन रिव्यू सिस्टम (डीआरएस) के मुद्दे पर आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ और पीटर हैंड्सकाम्ब के खिलाफ शिकायत वापस लेने का फैसला किया है। इस मुद्दे पर भारत और ऑस्ट्रेलियाई टीमों के बीच वाक युद्ध शुरू हो गए थे।
स्टीव स्मिथ ने बेंगलुरू टेस्ट के दौरान डीआरएस लेने को लेकर ड्रेसिंग रूम से मदद लेने की कोशिश की थी, जिसको लेकर विवाद पैदा हुआ और गुरुवार को बीसीसीआई ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से औपचारिक तौर पर शिकायत दर्ज कराई थी। बीसीसीआई ने खेल भावना का उल्लंघन करने के स्मिथ और मैदान पर मौजूद दूसरे बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब के खिलाफ लेवल टू चार्ज के तहत शिकायत दर्ज कराई थी।
लेकिन गुरुवार रात को बीसीसीआइ ने बयान जारी किया कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ जेम्स सदरलैंड के साथ मुंबई में बीबीसीआइ के सीईओ राहुल जौहरी की मुलाकात के बाद शिकायत वापस लेने का फैसला लिया गया। बीसीसीआई के बयान जारी करने के कुछ देर बाद ही क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भी बयान जारी किया। उसने बताया कि बीसीसीआई मुख्यालय में जौहरी और सदरलैंड की मुलाकात में इस विवाद पर लंबी चर्चा हुई। इसके बाद यह तय किया गया कि बेहतर होगा कि दोनों टीमें चार टेस्ट मैचों की सीरीज के बाकी बचे दो मुकाबलों पर ध्यान लगाएं।
बीसीसीआई के एक शीर्ष सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा था, ‘हां बीसीसीआई ने स्मिथ और हैंड्सकांब के खिलाफ आइसीसी के पास आधिकारिक शिकायत दर्ज करायी है। उन्होंने घटना के वीडियो फुटेज मुहैया कराए हैं, जिसमें हैंड्सकांब स्मिथ को रिव्यू के लिए ड्रेसिंग रूम की मदद लेने का इशारा कर रहे हैं और अंपायर नाइजल लांग उसमें हस्तक्षेप करते हैं। बीसीसीआइ ने आधिकारिक आरोप लगाने का अधिकार के तहत यह आरोप लगाए हैं, क्योंकि लेवल दो के आरोप मैच समाप्त होने के 48 घंटे के अंदर लगाए जा सकते हैं। पता चला है कि बीसीसीआई ने ‘खेल भावना का उल्लंघन करने और खेल को बदनाम करने के आरोप लगाने के लिए कहा है।
बीसीसीआई क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के स्मिथ के बचाव में दिये गये कड़े बयान से नाराज था। बीसीसीआइ का मानना है कि अपने कप्तान का बचाव करना सही है, लेकिन बयान से लगा कि जैसे वह कोहली को नीचा दिखा रहे हैं जो कि मेजबान टीम को नागवार गुजरा। भारतीय टीम प्रबंधन को उम्मीद थी कि मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड मैच समाप्त होने के बाद स्मिथ को बुलाएंगे और इसके बाद कोई कार्रवाई करेंगे। ब्रॉड का ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में दिया गया बयान भी बीसीसीआई को अच्छा नहीं लगा, क्योंकि मैच रेफरी मीडिया के सामने अपने विचार नहीं रखते।