शराबबंदी के लिए विपक्ष का जंगी प्रदर्शन, सरकार को घेरा

शराबबंदी के लिए विपक्ष का जंगी प्रदर्शन, सरकार को घेरा
Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

रायपुर। शराबबंदी की मांग को लेकर बुधवार को राजधानी में विपक्ष ने सरकार पर जमकर हल्ला बोला। महिला दिवस पर प्रदेशभर से राजधानी रायपुर पहुंची महिला कांग्रेस की पांच हजार कार्यकर्ताओं ने शहर में उग्र प्रदर्शन किया और पुलिस के बैरिकेड तोड़ डाले। महिलाओं से झूमाझटकी में एक महिला कांस्टेबल की उंगली टूट गई। वहीं जोगी कांग्रेस के दस हजार कार्यकर्ताओं को विधानसभा जाने से रोकने में सुरक्षा बलों को खासी मशक्कत करनी पड़ी।

सीएम हाउस घेरने निकली महिलाओं को पुलिस ने रोका तो मुंह पर फेंकीं चूड़ियां

महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम के नेतृत्व में गांधी मैदान से निकली महिला कांग्रेसियों की रैली गॉस मेमोरियल पहुंचते-पहुंचते उग्र हो गई। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो महिलाओं ने मुंह पर चूड़ियां फेंककर विरोध दर्ज कराया।

पूर्ण शराबबंदी की मांग कर रही महिलाओं को पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उन्होंने बैरिकेड तोड़ दिया। महिला कांग्रेसियों को रोकने के लिए महिला पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन मौके पर युवा कांग्रेस, एनएसयूआई कार्यकर्ता भी पहुंच गए। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उमेश पटेल के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता महिला बल से भिड़ गए, उनकी लाठी पकड़कर धक्कामुक्की करने लगे।

पुरुषों को महिलाओं से भिड़ते देख पीछे खड़े जवान दौड़कर महिलाओं का साथ देने पहंुचे। इस दौरान महिला थाना की कर्मचारी सुमन कौशिक की एक उंगली टूट गई। महिला कांग्रेसी लगातार पुलिस के ऊपर चूड़ियां फेंकते हुए राज्य शासन के खिलाफ नारेबाजी करती रहीं। जब महिलाओं को आगे जाने से रोका गया तो वे वहीं सड़क पर बैठ गईं। महिलाओं ने ताशा और ढपली बजाकर सरकार की सद्बुद्धि के लिए गांधी भजन गाया। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर छोड़ दिया गया।

पूर्ण शराबबंदी तक जारी रहेगा आंदोलन: भूपेश

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार लोगों के घरों में शराब दुकान खोलना चाहती है। जब तक प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी नहीं होगी, कांग्रेस प्रदर्शन और विरोध करती रहेगी।

आठ हजार कार्यकर्ताओं को लेकर विधानसभा घेरने निकले जोगी

शराबबंदी की मांग को लेकर आठ हजार कार्यकर्ताओं के साथ विधानसभा घेरने निकले जकांछ अध्यक्ष अजीत जोगी को मंडी गेट के पास पुलिस ने रोक दिया। इस दौरान पुलिस के साथ झूमाझटकी में तीन महिला, एक युवा कार्यकर्ता बेहोश हो गए। वहीं एक युवा कार्यकर्ता के सिर पर पुलिस की लाठी से चोट लगी। एडीएम डोमन सिंह की दो बार चेतावनी के बाद 436 कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी। प्रदेशभर से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ता दोपहर तीन बजे तक बसों और दूसरे वाहनों से राजधानी पहुंचते रहे। महिलाओं की संख्या पांच हजार से अधिक रही।

जनसभा के बाद शाम साढ़े चार बजे जोगी, विधायक सियाराम कौशिक, अमित जोगी और आरके राय समेत कई पूर्व विधायक, महिलाएं और युवा कार्यकर्ता विधानसभा की ओर बढ़े। पुलिस ने ऊंचे बैरिकेड लगा रखे थे। महिला पुलिस भी बड़ी संख्या में तैनात थी। जोगी और कुछ नेता बैरिकेड के पास जाकर धरने पर बैठ गए, जबकि महिलाओं और युवा कार्यकर्ताओं ने पुलिस से झूमाझटकी की। पुलिस ने एक बार लाठी लहराई तो एक युवा कार्यकर्ता के सिर में चोट लगी, उसे अस्पताल ले जाना पड़ा।

समर्थन देने ममता शर्मा पहुंचीं

जोगी के आंदोलन को समर्थन देने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता ममता शर्मा भी पहुंचीं। जोगी ने उन्हें मंच पर आगे बुलाया और जकांछ नेता विभा राव ने ममता शर्मा का हाथ ऊपर उठाकर शराबबंदी की मांग करते हुए नारे लगाए।

महिलाएं नहीं, बाघिन निकल आई हैं सड़क पर

भाजपा सरकार इन्हें केवल महिलाएं न समझें, ये बाघिन हैं। मुख्यमंत्री को जहां छिपना है, छिप जाएं। क्योंकि बाघ से ज्यादा बाघिन खतरनाक होती है। शराबबंदी को लेकर महिलाएं सरकार से नाराज हैं, 50 फीसदी तो वोट इन्हीं का है। मतलब, रमन सिंह की कुर्सी खतरे में है।अजीत जोगी, अध्यक्ष, जनता कांग्र्रेस छत्तीसगढ़

साभार : नईदुनिया

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

watchm7j

Leave a Reply

Your email address will not be published.