मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: 110 जोड़ों ने नवदाम्पत्य जीवन में किया प्रवेश
रायपुर : छत्तीसगढ़ में कई आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बेटे-बेटियों के धूम-धाम से विवाह के सपनों को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना साकार कर रही है। योजना के तहत रविवार को आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के 110 जोड़े वर-वधुओं ने नवदाम्पत्य जीवन में प्रवेश किया। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टीकरकला गौरेला में आयोजित विवाह समारोह में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत और उनकी धर्मपत्नी तथा कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत मुख्य अतिथि के रूप मंे शामिल हुए। उन्होंने परिणय सूत्र में बंधे नवजोड़ो को बधाई दी और उनके मंगलमय जीवन की कामना की। उन्होंने नवदम्पत्तियों को गृहस्थ जीवन के लिए उपयोगी उपहार भी भेंट किए। सामूहिक विवाह समाजिक रीति-रिवाज, वैदिक मंत्रोच्चारण, शहनाईयों की गूंज और बाजे-गाजे के साथ पूरी भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर डॉ. महंत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का नारा का दिया है। इसमे समाज को गढ़ने की भी कल्पना है। उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की कन्याओं के विवाह कि लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने और दहेज जैसी कुप्रथाओं पर रोक लगाने के लिए शुरू किए गए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की तारीफ की।
सामूहिक विवाह का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से जिला प्रशासन द्वारा किया गया था। समारोह में अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य श्रीमती अर्चना पोर्ते, राज्य युवा आयोग के सदस्य उत्तम वासुदेव, जिला पंचायत बिलासपुर की उपाध्यक्ष श्रीमती हेम कुवंर श्याम, जनपद पंचायत अध्यक्ष गौरेला सुश्री ममता पैकरा, नगर पंचायत अध्यक्ष पेन्ड्रा राकेश जालान, नगर पंचायत अध्यक्ष गौरेला श्रीमती गंगोत्री राठौर सहित अनेक जनप्रतिनिधि, कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश, सहित वर-वधू के परिजन और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन तथा अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।