आर्मी चीफ ने बताया, LoC के पास लॉन्चपैड पर जुटे 400 आतंकी… पाकिस्तान के इरादे क्या?
नरवणे ने कहा कि पिछले साल फरवरी में भारत और पाकिस्तान इस सहमति पर पहुंचे थे कि सीजफायर का उल्लंघन नहीं होगा। हालांकि, 2002 से ही यह सहमति थी लेकिन पाकिस्तान लगातार इसका उल्लंघन कर रहा था। पिछले साल फरवरी के बाद इसमें कमी आई है। उल्लंघन की अब तक दो ही घटनाएं हुई हैं। इससे कुछ हद तक स्थिति सामान्य होने की तरफ बढ़ी है, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से प्रॉक्सी वॉर जारी है।
खतरा अभी टला नहीं, अलर्ट रहना होगासेना प्रमुख ने कहा कि संयुक्त इंटेलिजेंस इनपुट के अनुसार, सीमा के दूसरी ओर लॉन्च पैड और ट्रेनिंग कैंप पर 350 से 400 आतंकी जुटे हुए हैं। यह खतरा किसी भी तरह टला नहीं है। हमें अलर्ट रहना होगा। पश्चिमी मोर्चे पर खतरा अभी भी बहुत अधिक है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
नियंत्रण रेखा के पार लॉन्च पैड्स में आतंकवादियों की बढ़ती संख्या और बार-बार घुसपैठ की कोशिशों से उनके नापाक मंसूबों का एक बार फिर पर्दाफाश हुआ है। सेना प्रमुख ने कहा कि हालांकि हमने अपनी ओर से आतंकवाद के प्रति ‘जीरो-टॉलरेंस’ का संकल्प लिया है और इसके लिए किसी भी कीमत पर प्रतिबद्ध हैं।
घाटी में आतंकियों को नहीं मिल रही लोगों की मदद
एमएम नरवणे ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति में सुधार हुआ है। आतंकियों को लोगों की मदद नहीं मिल रही है। इसलिए आतंकी वहां की शांति भंग करने के लिए अल्पसंख्यकों, बाहर से आए मजदूरों को निशाना बना रहे हैं। हम उन चुनौतियों से निपट रहे हैं। ड्रोन से जुड़े खतरों के बारे में आर्मी चीफ ने कहा कि इसका इस्तेमाल आतंकियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। हम इस खतरे को लेकर वाकिफ हैं और इससे निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स