प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को मणिपुर, त्रिपुरा का करेंगे दौरा, 4800 करोड़ रुपये की 22 परियोजनाओं की करेंगे शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर और त्रिपुरा में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के लिए मंगलवार को दोनों राज्यों का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने रविवार को बताया कि वह इंफाल में 4,800 करोड़ रुपये की 22 परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। वहीं अगरतला में वह महाराजा बीर बिक्रम हवाईअड्डे पर नई एकीकृत टर्मिनल इमारत का उद्घाटन करेंगे और दो अहम विकास योजनाओं का भी शुभारंभ करेंगे।
मणिपुर में 1,850 करोड़ रुपये की 13 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और 2,950 करोड़ रुपये की नौ परियोजनाओं की नींव रखेंगे। ये परियोजनाएं सड़क बुनियादी ढांचा, पेयजल आपूर्ति, स्वास्थ्य, शहरी विकास, आवासीय, सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और कला एवं संस्कृति समेत विविध क्षेत्रों से संबंधित हैं।
कनेक्टिविटी में सुधार लाने के लिए देशभर में चल रही परियोजनाओं की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1,700 करोड़ रुपये अधिक की लागत से बनने वाले पांच राष्ट्रीय राजमार्गों की परियोजना की नींव रखेंगे। एक अन्य अहम परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पर बराक नदी पर 75 करोड़ रुपये की लागत से बना इस्पात का एक पुल है जिससे इंफाल से सिलचर तक संपर्क बढ़ेगा और मोदी इसका उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री मणिपुर के लोगों को करीब 1,100 करोड़ रुपये की लागत से बने 2,387 मोबाइल टावर भी समर्पित करेंगे जिससे मोबाइल संपर्क में सुधार होगा। पीएमओ ने कहा कि प्रत्येक घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने की मोदी की कवायद के तौर पर राज्य में पेयजल आपूर्ति की परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा। इनमें थोबल बहुउद्देशीय परियोजना की 280 करोड़ रुपये की जल संचरण प्रणाली शामिल है।
एक अन्य परियोजना से तामेंगलोंग जिले के 10 इलाकों के निवासियों को स्वच्छ पेयजल मिलेगा और इसकी लागत 65 करोड़ रुपये है। मोदी 51 करोड़ रुपये की लागत से सेनापति जिला मुख्यालय जल आपूर्ति योजना का उद्घाटन भी करेंगे। प्रधानमंत्री इंफाल में 160 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एक कैंसर अस्पताल की भी नींव रखेंगे। वह कियामगेइ में 200 बिस्तरों वाले कोविड अस्पताल का भी उद्घाटन करेंगे।
भारतीय शहरों के पुनरुद्धार के प्रयासों के तौर पर मोदी इंफाल स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कई परियोजनाएं शुरू करेंगे। पीएमओ ने बताया कि मोदी आविष्कार, नवोन्मेष, ऊष्मायन और प्रशिक्षण केंद्र (सीआईआईआईटी) की नींव भी रखेंगे। यह परियोजना राज्य में सार्वजनिक-निजी भागीदारी की सबसे बड़ी पहल है और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र को इससे काफी बढ़ावा मिलेगा तथा राज्य में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स