RSS ने फतवा जारी करने वाले प्रचार प्रमुख से जिम्मेदारी छीनी
उज्जैन/इंदौर। केरल में बढ़ती हिंसक घटनाओं को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन का सिर काटकर लाने वाले को एक करोड़ रुपये का मकान इनाम में देने का ऐलान कर सुर्खियों में आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की उज्जैन महानगर इकाई के प्रचार प्रमुख डॉ. कुंदन चंद्रावत को संघ ने दायित्व से मुक्त कर दिया है। बयान से संघ द्वारा किनारा कर लिए जाने के बावजूद अपने बयान पर कायम रहे डॉ. चंद्रावत ने अब अपने बयान पर खेद जताया है।
संघ सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को संघ के मालवा प्रांत संघचालक डॉ. प्रकाश शास्त्री ने डॉ. चंद्रावत को उनके दायित्व से मुक्त कर दिया है। संघ का मानना है कि डॉ. चंद्रावत के बयान से संघ के बारे में भ्रम पैदा हुआ है। डॉ. चंद्रावत ने बुधवार को जन अधिकार समिति द्वारा उज्जैन में आयोजित धरना-प्रदर्शन में कहा था, हिंदुओं के खून में शिवाजी जैसा जज्बा नहीं रहा। मैं घोषणा करता हूं कि जो भी व्यक्ति केरल के मुख्यमंत्री का सिर काटकर लाएगा, उसे मैं अपना एक करोड़ रुपये का मकान इनाम दूंगा।
डॉ. चंद्रावत के बयान पर संघ की किरकिरी हुई और संघ ने इससे किनारा करते हुए उनके बयान को व्यक्तिगत करार दिया था और कई पदाधिकारियों ने विज्ञप्तियां जारी कर अपना पक्ष भी रखा था। इस बीच डॉ. चंद्राकर ने अपने बयान पर खेद जताया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा, केरल की वामपंथी सरकार के संरक्षण में हो रहे हमलों से प्रभावित संघ कार्यकर्ताओं के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मैंने अपनी बात कही थी। मैं खेद जताता हूं। उन्होंने यह भी कहा, इस तरह यह मामला समाप्त हो गया।