कांग्रेस की रैली में सीडीएस बिपिन रावत का पोस्टर, बीजेपी ने कहा- भला सेना को बलात्कारी कहने वाले क्या सम्मान करेंगे?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देहरादून में विजय सम्मान रैली को संबोधित किया। यहां पर बड़े-बड़े कटाउट्स लगाए गए थे। जिसमें सबसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी, दूसरे नंबर पर सीडीएस बिपिन रावत और तीसरे नंबर पर खुद राहुल गांधी का बड़ा सा पोस्टर लगा था। कुछ ही देर बार पोस्टर का विवाद बढ़ गया। बीजेपी ने कांग्रेस पर इस पोस्टर को लेकर घेरा है। बीजेपी के तमाम नेताओं ने रैली में सीडीएस बिपिन रावत के पोस्टर का इस्तेमाल करने पर हैरानी जताई है।
बीजेपी आईटी सेल ने साधा निशानाबीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। ये भी एक पोस्टर का वीडियो का जिसमें लिखा है कि क्या सेना को बलात्कारी कहने वाले करेंगे सेना का सम्मान। उन्होंने लिखा ‘उत्तराखंड ने कांग्रेस और राहुल गांधी के पाखंड को दर्शाते हुए रैली स्थल के रास्ते में इन पोस्टरों के साथ उनका स्वागत किया। कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि वह वर्दी में हमारे पुरुषों को बदनाम करके फिर उनके नाम पर राजनीतिक लाभ हासिल नहीं कर सकती है। ऐसी नीच राजनीति पर शर्म आती है।’ दरअसल, उनका इशारा कन्हैया कुमार पर था जोकि अब कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।
कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए- केंद्रीय मंत्रीसंसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वे केवल नाटक कर रहे हैं। वे अब उत्तराखंड में राजनीतिक लाभ के लिए रैलियों में जनरल बिपिन रावत के पोस्टर का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके लिए कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा है कि जब बिपिन रावत को जनरल बनाया गया था तब कांग्रेस पार्टी ने इसका विरोध किया था, उनको सड़का का गुंडा बोलकर बयानबाजी की थी। अब उत्तराखंड में चुनाव है तो कांग्रेस पार्टी उनके पोस्टर, फोटो अपनी रैली में इस्तेमाल कर रही है। कांग्रेस पार्टी को शर्म आनी चाहिए।
कन्हैया कुमार का वो बयानगौरतलब है कि 8 मार्च 2016 के दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर छात्रों को संबोधित करते हुए कन्हैया ने कहा था, ‘कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप हमें रोकने के लिए कितनी कोशिशें करते हैं, हम मानवाधिकार उल्लंघनों के बारे में बोलेंगे। हम आर्म्स फोर्सेस स्पेशल पावर ऐक्ट के खिलाफ भी बोलेंगे। हालांकि हम अपने सैनिकों का बहुत सम्मान करते हैं, लेकिन फिर भी हम बोलेंगे कि कश्मीर में सैनिकों ने महिलाओं के साथ बलात्कार किया है।’
कन्हैया का बेतुका बयानकन्हैया ने आगे कहा था, ‘रवांडा में एक युद्ध के दौरान 1,000 महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ। अफ्रीका में जातीय संघर्षों के दौरान जब सैनिकों ने अन्य समूहों पर हमला किया, तो सबसे पहले उनकी महिलाओं के साथ बलात्कार किया। आप गुजरात दंगों का उदाहरण ले लीजिए। वहां महिलाएं ना केवल मारी गईं, बल्कि पहले उनके साथ बलात्कार किया गया।’
क्या बोले राहुल गांधी?1971 की लड़ाई के 50 साल पूरे होने के मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तराखंड में इस लड़ाई को लेकर कई सारी बातें कहीं। विजय दिवस के 50 साल पूरे होने के मौके पर कांग्रेस की ओर से देहरादून में आयोजित रैली को संबोधित करते राहुल गांधी ने इस लड़ाई में भारत को कैसे जीत मिली वो कारण गिनाए साथ ही केंद्र सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि विजय दिवस के मौके पर दिल्ली में कार्यक्रम हुआ और उस कार्यक्रम में जिसने 32 गोलियां झेलीं उनका नाम तक नहीं है। सच्चाई से सरकार डरती है। नाम हो या न हो इंदिरा गांधी ने अपना खून देकर इस देश के लिए क्या किया सबको पता है।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स