एक महिला एरिया कमांडर समेत 4 नक्सलियों ने किया सरेंडर
रांची. भाकपा माओवादी के एक महिला एरिया कमांडर समेत चार नक्सलियों ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी के समक्ष सरेंडर किया. सरेंडर करनेवाले नक्सली खूंटी निवासी एरिया कमांडर सुनिया कुमारी उर्फ सोनिया मुंडा पर दो लाख, दस्ता सदस्य सुरजीत मुंडा उर्फ दीपक, हरि सिंह मुंडा उर्फ मिस्त्री और लखन सिंह मुंडा पर एक-एक लाख का इनाम घोषित था. इनाम की राशि नक्सलियों के परिजनों को दी गयी.
ऑपरेशन नयी दिशा के तहत सरेंडर करने के बाद डीजीपी ने चारों नक्सलियों का स्वागत गुलदस्ता देकर किया और इनाम की राशि का चेक सौंपा. चारों नक्सली खूंटी के अड़की और सरायेकाल-खरसावां इलाके में पिछले एक साल से सक्रिय थे.
पुलिस के समक्ष सरेंडर करनेवाले चार में से तीन नक्सली 18 अगस्त 2015 को रांची के तत्कालीन एसएसपी प्रभात कुमार पर हमला करने की घटना में शामिल थे. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक नक्सली सुरजीत मुंडा उर्फ दीपक, लखन सिंह मुंडा व हरि सिंह मुंडा उस घटना में शामिल थे. इस घटना में एक चालक सिपाही शहीद हो गये थे, जबकि एसएसपी और उनके अंगरक्षक को नक्सलियों की गोली लगी थी. फायरिंग की घटना में तत्कालीन एसएसपी प्रभात कुमार ने नक्सली एरिया कमांडर चंदन मुंडा को मार गिराया था. मुठभेड़ की घटना खूंटी के लादुप जंगल में हुई थी. एक सूचना के आधार पर पुलिस की टीम लादुप जंगल गयी थी. वहां पुलिस की मुठभेड़ एरिया कमांडर चंदन मुंडा के दस्ते से हो गया था.
सरेंडर करने के बाद नक्सली सोनिया मुंडा ने कहा कि संगठन में महिलाओं का शोषण होता है. संगठन के बड़े नेता सिर्फ पैसा वसूल कर संपत्ति बना रहे हैं और शहर में मकान खरीद कर रह रहे हैं. अन्य तीनों नक्सलियों ने बताया कि सरकार की सरेंडर नीति से प्रभावित होकर उन्होंने पुलिस के समक्ष सरेंडर किया. लखन सिंह मुंडा ने कहा कि जिंदा रहने के लिए सरेंडर किया है. संगठन विकास का काम नहीं कर रहा है.