राज्य सरकार की उपलब्धियों को नजरअंदाज न करे विपक्ष : सिद्दीकी
पटना : बिहार विधानसभा में विपक्ष के हंगामे व धरना के बीच वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने वित्तीय वर्ष 2017-18 के बजट पर सरकार का उत्तर दिया. उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकारी की उपलब्धियों को नजरअंदाज न करे.
वित्त मंत्री ने कहा कि बजट को लेकर विपक्ष ने आरोप लगाय कि बिहार का बजट लोक लुभावन है. उन्होंने कहा कि बिहार का बजट लोक लुभावन नहीं है. उन्होंने कहा कि बजट का सार भी सदस्यों को दी गयी है. वित्तीय वर्ष 2017-18 के बजट में कुल खर्च 1,60,085.69 करोड़ रुपये का है, जबकि कुल प्राप्ति उससे ज्यादा 1,61,039.09 करोड़ रुपये अनुमानित है. विपक्ष ने तो बजट में कोई फोकस नहीं होने का भी आरोप लगाया, जो निराधार है. इस बजट में विकास, गरीबी उन्मूलन और वित्तीय स्थायित्व पर फोकस है. उन्होंने कहा कि जहां तक विकास का सवाल है तो वार्षिक स्कीम वर्ष 2016-17 में 71,501.84 करोड़ रुपये की बढ़ा कर साल 2017-18 में 80,891.61 करोड़ रुपये किया गया है, जो पिछले साल की तुलना में 13.13 यानी 9,389.77 करोड़ रुपये अधिक हैं. देश में कृषि विकास दर में कमी आयी है, लेकिन 2016 में बिहार में खाद्यान्न का बंपर उत्पादन हुआ है.
जल संसाधन विभाग के बजट में बढ़ोतरी की गयी है. कृषि रोड मैप सरकार की प्राथमिकता है. कृषि रोड मैप के अधीन खाद्यान्न फसलों की उत्पादकता में बढ़ोतरी के लिए लघु व सीमांत किसानों व कृषि मजदूरों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है. वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार के सात निश्चय आर्थिक हल युवाओं को बल, हर घर बिजली लगातार, हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली व नालियां, शौचालय निर्माण घर का सम्मान, आरक्षित रोजगार महिलाओं का अधिकार और अवसर बढ़े, आगे पढ़े पर विशेष फोकस है. युवाओं को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, स्वयं सहायता भत्ता दिया जा रहा है.