तीनों कृषि कानून औपचारिक रूप से रद्द, राष्ट्रपति ने किए हस्ताक्षर
नई दिल्ली
कृषि कानून वापसी संबंधी विधेयक पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसी के साथ तीनों कृषि कानून आधिकारिक रूप से रद्द हो गए हैं। संसद के दोनों सदनों से इसे शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही पास करा लिया गया था। पीएम मोदी ने प्रकाश पर्व के दिन इन कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था और आंदोलन कर रहे किसानों से वापस अपने-अपने घर जाने की अपील की थी।
कृषि कानून वापसी संबंधी विधेयक पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसी के साथ तीनों कृषि कानून आधिकारिक रूप से रद्द हो गए हैं। संसद के दोनों सदनों से इसे शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही पास करा लिया गया था। पीएम मोदी ने प्रकाश पर्व के दिन इन कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था और आंदोलन कर रहे किसानों से वापस अपने-अपने घर जाने की अपील की थी।
कृषि कानूनों को रद्द किए जाने और MSP पर कानून बनाए जाने को लेकर एक साल से अधिक समय से किसानों ने जोरदार आंदोलन किया। संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसान दिल्ली के सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर अब भी डटे हुए हैं।
सोमवार को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी कृषि विधि निरसन विधेयक 2021 लोकसभा में पेश किया था। इसके फौरन बाद कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने विधेयक पर चर्चा कराने की मांग शुरू कर दी, हालांकि अध्यक्ष ने कहा कि सदन में व्यवस्था नहीं है। इसके बाद सदन ने शोर शराबे में भी ही बिना किसी चर्चा के कृषि कानून वापसी बिल को मंजूरी दे दी थी। सोमवार को ही राज्यसभा ने भी बिना चर्चा के कृषि कानून वापसी बिल को मंजूरी दे दी थी।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स