शाह से मिले असम, मिजोरम के सीएम, सीमा विवाद सुलझाने को बनेगी कमिटी
असम व मिजोरम के बीच चल रहे सीमा विवाद को निपटाने की कोशिश एक बार फिर शुरू की गई है। इस विवाद को निपटाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री के स्तर पर प्रयास शुरू किया गया है। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात की। इसके बाद दोनों ही नेताओं ने विवाद के स्थायी समाधान की बात कही है। इसके अलावा असम मेघालय से भी सीमा विवाद सुलझाने की कोशिश में जुट गया है।
मिजोरम के साथ असम का सीमा विवाद काफी समय से चल रहा है। इस साल जुलाई महीने में टकराव काफी बढ़ गया था। इस दौरान मिजोरम पुलिस ने असम पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसमें असम के पांच पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। इसके बाद से दोनों ही राज्यों के बीच तनाव जैसी स्थिति थी। राज्यों के बॉर्डर पर सीआरपीएफ की तैनाती की गई थी। शांति बहाली के प्रयास अब रंग लाते दिख रहे हैं।
संवेदनशील तरीके से निपटेंगे मामला
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने केंद्रीय गृहमंत्री के साथ मुलाकात के बारे में मीडिया को बताया। उन्होंने नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत में कहा कि मिजोरम के सीएम जोरमथंगा और मैंने केंद्रीय गृह मंत्री की। बैठक में सभी बातों पर चर्चा हुई। दोनों राज्य सरकारों ने फैसला किया कि हम असम-मिजोरम सीमा पर शांति बनाए रखेंगे। हम इससे बहुत संवेदनशील तरीके से निपटेंगे।
स्थायी समाधान का होगा प्रयास
सीएम हिमंता ने कहा कि सीमा विवाद के स्थायी समाधान के लिए अब विशेष रूप से प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों सरकारें राजनीतिक स्तर पर दो टीमें बनाएंगी। दोनों टीमें स्थायी समाधान के लिए बातचीत शुरू करेंगी। इस पर समय-समय पर सीएम स्तर पर भी चर्चा की जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्री की उपस्थिति में यह निर्णय लिया गया है। इससे साफ है कि दोनों सरकारें इस मुद्दे पर बातचीत करने के लिए तैयार हैं।
दोनों मुख्यमंत्री के स्तर पर पहले हुई वार्ता
दोनों राज्य के मुख्यमंत्रियों के स्तर पर पहले वार्ता हुई। दिल्ली के असम हाउस में गुरुवार की शाम सीएम हिमंता और सीएम जोरामथंगा मिले थे। इस दौरान दोनों राज्यों के बीच वर्षों से चल रहे सीमा विवाद पर गंभीर चर्चा हुई। वार्ता के संबंध में सीएम जोरामथंगा ने बताया था कि बैठक सौहार्द्रपूर्ण रही। उन्होंने कहा कि हमारी मुलाकात अच्छी रही। हम भाई जैसे हैं। कल हम एक साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। हम सीमा पर बाड़ में वृद्धि करने का प्रयास करेंगे।
मेघालय से भी सीमा विवाद सुलझाने की कोशिश
असम ने मेघालय के साथ भी सीमा विवाद सुलझाने की कोशिश शुरू कर दी है। दोनों राज्यों के बीच इसको लेकर गठित तीन कमेटियां लगातार चर्चा कर रही हैं। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने कहा कि असम और मेघालय के बीच अंतरराज्यीय सीमा विवाद 25 दिसंबर तक कम से कम छह क्षेत्रों में सुलझा लिया जाएगा। असम और मेघालय के मुख्यमंत्रियों के बीच 2 दिन में यह दूसरी बैठक हुई। असम के मुख्यमंत्री सरमा ने ट्वीट किया कि इस मामले में मुख्यमंत्री स्तर की वार्ता समय-समय पर होती रहेगी।
30 दिसंबर तक सुलझ सकता है विवाद
दोनों पड़ोसी राज्यों की सरकार ने शुरुआत में छह विवादों को सुलझाने का संकल्प लिया है। ये विवाद मुख्य रूप से ताराबारी, गिजांग, फहाला, बकलापारा, खानापारा (पिलिंगकाटा) और रातचेरा जैसे क्षेत्र से संबंधित हैं। ये क्षेत्र असम के कछार, कामरूप और कामरूप जिलों और मेघालय के पश्चिम खासी हिल्स, री-भोई और पूर्वी जयंतिया हिल्स में आते हैं।
सीएम संगमा ने कहा कि हितधारकों से चर्चा के बाद दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री शिलांग या गुवाहाटी में फिर से मिलेंगे। इससे पहले असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि समिति 30 नवंबर तक रिपोर्ट सौंप देंगी। पूरी प्रक्रिया इस साल 30 दिसंबर तक पूरी होने की संभावना है।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स