'भाजपा मंदिर है, योगी और मोदी भगवान' BJP में आते ही बोलीं विधायक वंदना सिंह
विधायक वंदना सिंह ने बीजेपी में शामिल होने के तुरंत बाद ही पार्टी की शान में कसीदे पढ़ने शुरू कर दिए। वंदना सिंह ने कहा कि भाजपा एक मंदिर है और मैंने एक मंदिर में प्रवेश लिया है और इसके भगवान योगी आदित्यनाथ और PM हैं। मैं उनकी नीतियों में विश्वास रखते हुए BJP में शामिल हुई हूं। BSP में मुझे मेरी गलती नहीं बताई गई, मेरा पक्ष नहीं जाना और मुझे निलंबित कर दिया गया। वंदना सिंह आजमगढ़ जिले के सगड़ी विधानसभा से बसपा के टिकट पर चुनाव जीती थीं।
समाजवादी पार्टी में जाने की लग रही थी अटकलेंवंदना सिंह बुधवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुईं। इससे पहले वंदना सिंह के समाजवादी पार्टी में भी जाने की अटकलें लग रही थीं। उनके साथ आज कांग्रेस की बागी और रायबरेली से विधायक अदिति सिंह भी बीजेपी में शामिल हो गईं। इस दौरान भाजपा सदस्यता समिति के प्रमुख लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी मौजूद रहे।
2017 में सपा प्रत्याशी को हराया थासाल 2017 में हुए चुनाव में वंदना सिंह सगड़ी से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची थी। उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी जयराम सिंह पटेल को पटखनी दी थी। वंदना सिंह के पति सर्वेश सिंह भी राजनीति में सक्रिय हैं। सर्वेश सिंह ने साल 2005 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर न सिर्फ चुनाव लड़ा था बल्कि जीत भी हासिल की थी। उस समय सर्वेश सिंह ने बसपा के मलिक मसूद को हराया था। हालांकि बाद वह बसपा में शामिल हो गए थे। 2012 के चुनाव में बसपा के टिकट पर सर्वेश सिंह को हार का सामना करना पड़ा था।
राजनीति से जुड़ा है वंदना सिंह का परिवारवंदना सिंह का राजनीति से पुराना नाता है। वंदना सिंह के पति के अलावा उनके ससुर रामप्यारे सिंह आजमगढ़ में स्थानीय तौर पर राजनीति में सक्रिय थे। रामप्यारे सिंह आजमगढ़ में ब्लॉक प्रमुख थे। उन्होंने साल 2002 में सगड़ी से ही समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि, उस समय उन्हें बसपा प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा था। बाद में उन्हें समाजवादी पार्टी की तरफ से एमएलसी बनाया गया था। रामप्यारे सिंह यूपी सरकार में पर्यावरण मंत्री भी रहे थे। 2005 में रामप्यारे सिंह की मौत के बाद उनके बेटे सर्वेश सिंह ने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स