बच्चे स्कूल गए तो घर आ जाएगा कोरोना? डॉ. गुलेरिया ने दूर की यह टेंशन
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पूरे डेढ साल बाद दिल्ली-NCR समेत कई राज्यों में स्कूल खोल दिए गए हैं। मगर स्कूल खुलने पर आपका बच्चा स्कूल जाए या नहीं? दिल्ली समेत कई राज्यों ने यह फैसला पैरंट्स पर ही छोड़ दिया गया है। पैरंट्स अपने बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर काफी चिंता में है। इस चिंता पर एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा , बच्चों के शारीरिक विकास के लिए स्कूल खुलना बहुत जरूरी है। स्कूल खुलने से बच्चों की पढ़ाई फिर से पटरी पर आ जाएगी।
डॉ गुलेरिया ने कहा, कोरोना वायरस का संक्रमण बच्चों में तेजी से फैलने की संभावना होती है। मगर कोरोना वायरस के संक्रमण का जो ताजा आंकड़ा आ रहा है, वह काफी राहत देने वाला है। बच्चों को स्कूल भेजने में कोई दिक्कत नहीं है। डॉ गुलेरिया स्कूल खोलने जाने के पक्ष में हैं। उन्होंने पहले भी कहा था कि लंबे समय तक बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है। बच्चों के विकास के लिए स्कूल खुलना जरूरी है।
दिल्ली में 32 नए कोरोना केस , पांच दिनों में कोई मौत नहीं
दिल्ली में शनिवार को कोविड-19 के 32 नए मामले सामने आए हैं, जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 14,40,637 हो गई है। हालांकि, दिल्ली में पिछले पांच दिनों में एक भी कोविड मौत नहीं हुई है। शहर में मरने वालों की संख्या 25,095 है। शहर में मृत्यु दर 1.74 प्रतिशत है। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड संक्रमण दर 0.06 प्रतिशत है। ताजा स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार शहर में सक्रिय मामले 325 हैं। स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया है कि पिछले 24 घंटों में 32 मरीजों के ठीक होने के साथ, अब तक स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या बढ़कर 14,15,217 हो गई है। वर्तमान में कुल 150 कोविड रोगियों का इलाज होम आइसोलेशन में किया जा रहा है।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स