संघ प्रमुख के छत्तीसगढ़ यात्रा पर कांग्रेस ने खड़े किये सवाल,कार्यक्रम के लिये मदकूदीप को ही क्यों चुना?
रायपुर। कांग्रेस ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ यात्रा पर सवाल किया। मोहन भागवत के कार्यक्रम के लिये संघ ने मदकूदीप को ही क्यों चुना? प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि संघ हमेशा से यह दावा करता है कि वह गैर राजनैतिक संगठन है लेकिन हमेशा से वह भाजपा की राजनैतिक जमीन को पुष्पित पल्लवित करने के एजेंडे पर काम करता है। संघ का घोष प्रदर्शन के लिये स्थान चयन मदकूदीप को करना इस बात का प्रमाण है कि संघ भाजपा के ही एजेंडे पर ध्यानाकर्षण का प्रयास है। कोई भी संगठन देश के किसी भी स्थान पर शांतिपूर्ण ढंग से कोई भी कार्यक्रम करने का स्वतंत्र है। लेकिन संघ और भाजपा का इतिहास रहा है कि वह कुछ एक कार्यक्रमों का स्थान चयन जानबूझकर अपने एजेंडे को प्रचारित करने के लिये करता है। सारा छत्तीसगढ़ जानता है मदकूदीप मसीही समुदाय के आकर्षक में लेने के लिये प्रसिद्ध है। संघ मदकूदीप में ‘‘घोष प्रदर्शन’’ करके पिछले कुछ महीनों से छत्तीसगढ़ में भाजपा द्वारा फैलाये जा रहे फर्जी धर्मांतरण के मुद्दे को हवा देने का प्रयास मात्र है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोहन भागवत को संघ और भाजपा नेताओं से पूछेंगे कि वे सब लगातार छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर बयानबाजी कर रहे है लेकिन धर्मांतरण के खिलाफ कोई भी भाजपा नेता थानों में रिपोर्ट क्यों दर्ज नहीं करवा रहा? किसी भी ऐसे पीड़ित को भाजपा और संघ के लोग सामने क्यों नहीं ला पा रहे जो धर्मांतरण से पीड़ित है? जबकि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण विरोधी कानून लागू है। फिर संघ और भाजपा कानून का सहारा लेने के बजाय सिर्फ कोरी बयानबाजी क्यों कर रहे है?
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि आरएसएस के मुखिया के होने के नाते क्या संघ प्रमुख छत्तीसगढ़ की अमन पसंद धरती में तनाव फैलाने के लिये छत्तीसगढ़ के संघ कार्यकर्ताओं को फटकार लगायेंगे? मोहन भागवत संघ के छत्तीसगढ़ के प्रमुख नेताओं से यह सवाल भी करे कि कवर्धा से बाहर के संघ और भाजपा के कार्यकर्ता वहां क्या करने गये थे? संघ और भाजपा के नेता कवर्धा में शांति की अपील क्यों नहीं किये? छत्तीसगढ़ की जनता संघ और भाजपा के धर्म से धर्म को लड़ाने वाले चरित्र को भली भांति समझ चुकी है। कवर्धा तनाव को राज्य भर में फैलाने की भाजपा की कोशिश नाकामयाब हो गयी है। धर्मांतरण के फर्जी मुद्दे की हवा निकल गयी है। तब लगता है मदकूदीप में प्रदेश की समरसता बिगाड़ने की नई पटकथा लिखने की तैयारी संघ करने जा रहा।