तेल के दामों में कटौती: बीजेपी ने कहा दिवाली गिफ्ट, कांग्रेस बोली- 'वोट की चोट' का असर
केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती का ऐलान किया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिवाली गिफ्ट बताया है। वहीं, कांग्रेस ने इस कटौती को हालिया उपचुनावों में ‘भाजपा की हार’ के कारण उठाया गया कदम करार दिया। विपक्षी दल ने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों के दाम साल 2014 में संप्रग सरकार के समय की कीमत के बराबर होने चाहिए।
पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने अपनी-अपनी तरह प्रतिक्रिया दी। बीजेपी ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया। उसने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिवाली का उपहार बताया। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि इस फैसले से खपत बढ़ेगी और महंगाई नीचे रखने में मदद मिलेगी।
नड्डा ने ट्वीट किया, ‘मैं नरेंद्र मोदी जी की सरकार को दिवाली की पूर्व संध्या पर पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क को कल से क्रमशः 5 रुपये और 10 रुपये कम करने के लिए धन्यवाद देता हूं। पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कमी से खपत को भी बढ़ावा मिलेगा और महंगाई की दर कम रहेगी, इस प्रकार गरीब और मध्यम वर्ग को मदद मिलेगी।’ वहीं, भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी ने कहा कि मोदी ने दिवाली पर शानदार उपहार दिया है।
कांग्रेस ने कसा तंज
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘टैक्सजीवी मोदी सरकार को सबक़ सिखाने के लिए देशवासियों को बधाई। प्रजातंत्र में “वोट की चोट” से भाजपा को सच का आईना दिखा ही दिया।’
उन्होंने सवाल किया, ‘याद करें कि मई 2014 में जब पेट्रोल 71.41 रुपये और डीजल 55.49 रुपये प्रति लीटर था, तब कच्चा तेल 105.71 डॉलर प्रति बैरल था। आज कच्चा तेल 82 डॉलर प्रति बैरल है। 2014 के बराबर कीमत कब होगी?’
सुरजेवाला ने जोर देकर कहा, ‘कांग्रेस सरकार (संप्रग सरकार) के समय पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 3.56 रुपये प्रति लीटर था। मोदी सरकार में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 32.90 रुपये प्रति लीटर था जो आज 27.90 रुपये प्रति लीटर हुआ है। इसी तरह डीजल पर उत्पाद शुल्क 31.80 रुपये प्रति लीटर था जो अब 21.80 रुपये प्रति लीटर हुआ है। मोदी जी, जुमले नहीं चलेंगे, जो आपने बढ़ाया, वो सारा घटाओ।’
उन्होंने कहा, ‘प्यारे देशवासियों, मोदीनॉमिक्स के जुमले समझिए! इस साल 2021 में पेट्रोल के दाम 28 रुपये और डीजल के दाम 26 रुपये बढ़ाए गए। देश में 14 सीटों पर उपचुनाव हारते ही पेट्रोल और डीजल के रेट को क्रमशः रुपये 5 और 10 रुपये घटाना भी प्रधानमंत्री का दिवाली का तोहफा हो गया है? हे राम! हद है।’
सरकार ने क्या ऐलान किया?
सरकार ने आम लोगों को महंगाई से कुछ राहत देने के लिए बुधवार को महत्वपूर्ण कदम उठाया। ईंधन के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद केंद्र ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये और 10 रुपये की कटौती की। दिवाली की पूर्व संध्या पर की गई इस घोषणा से ईंधन की आसमान छूती कीमतों को नीचे लाने में मदद मिलेगी और महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को भी कुछ राहत मिलेगी। राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल की कीमत बुधवार को 110.08 रुपये थी। इसकी कीमत पिछले छह महीनों में ही 20 रुपये बढ़ गई है। पूरे साल पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तेज बढ़ोतरी देखी गई है। सितंबर तक दोनों ईंधनों की कीमतों में 17 और 20 बार बढ़ोतरी हुई है।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स