नीतीश कुमार ने क्यों कहा लालू यादव चाहे तो गोली मरवा दें, समझें CM का माइंड गेम पॉलिटिक्स

नीतीश कुमार ने क्यों कहा लालू यादव चाहे तो गोली मरवा दें, समझें CM का माइंड गेम पॉलिटिक्स
Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

पटना/दरभंगा
बिहार विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव की ओर से गोली मरवाने वाली बात कहकर राज्य की राजनीति को नया मोड़ दे दिया है। नीतीश कुमार जैसे संयमित बयान देने वाले नेता की ओर से लालू यादव के लिए इस तरह का बयान आने पर राजनीतिक गलियारे में इसकी वजह तलाश की जाने लगी है। पॉलिटिकल पंडित अपने-अपने हिसाब से इस बयान के मायने समझने और समझाने की कोशिश में जुट गए हैं। जानकार मान रहे हैं कि नीतीश कुमार ने मजाक-मजाक में राजनीति की गूढ़ बात कहकर जनता को अलर्ट करने की कोशिश की है।

जंगल राज की याद दिला गए नीतीश?
उपचुनाव में प्रचार कर पटना लौटे सीएम नीतीश कुमार से पत्रकारों ने पूछा कि लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि वह पटना नीतीश कुमार का विसर्जन करने आए हैं। इसपर नीतीश कुमार ने हंसते हुए कहा, ‘छोड़िए ना कर दें। गोलिए मरवा दें। सबसे अच्छा यही होगा, बाकी वह कुछ नहीं कर सकते हैं। अगर चाहें तो गोली मरवा सकते हैं। और कुछ नहीं कर सकते हैं।’

नीतीश कुमार ने यह बयान देकर मजाक-मजाक में ही लालू-राबड़ी राज की कार्यशाली को एक बार फिर से जनता के सामने रखने की कोशिश की है। सीएम ने गोली मरवाने वाली बात कहकर संकेत दे दिया है कि अगर राज्य में लालू यादव की फैमिली का राज आता है तो एक बार फिर से गोली मरवाने जैसे अपराध होंगे।

नीतीश ने अपने बयान में ये भी कहा कि वे (लालू) गोली मरवाने के अलावा कुछ नहीं कर सकते हैं। सीएम ने बिहार की जनता को याद दिलाया कि लालू यादव की आदत रही है कि वह अपने विरोधियों को गोली मरवाते रहे हैं।

तेजस्वी के लिए सभी संभावनाएं खत्म करना चाहते हैं नीतीश कुमार?
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव की अगुवाई में आरजेडी ने अपेक्षा से बेहतर प्रदर्शन किया। तेजस्वी यादव की अगुवाई में आरजेडी 75 सीटैं जीतकर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनी। वहीं सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू 43 सीटों के साथ तीसरे नंबर की पार्टी रही। इस चुनाव परिणाम से साफ संकेत मिल चुके हैं कि बिहार की जनता के बीच तेजस्वी यादव का जनाधार है। माना जा रहा है कि तेजस्वी यादव के प्रति लोगों का लगाव को देखते हुए नीतीश कुमार अलर्ट हो चुके हैं। पहले वह जातीय समीकरण साधकर संगठन को मजबूत करने के प्रयास में जुटे हैं। दूसरी तरफ गोली मारने वाली जैसी बात कहकर बिहार की जनता को जंगलराज की याद दिला रहे हैं।

फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

WatchNews 24x7

Leave a Reply

Your email address will not be published.