मोदी सरकार के कोरोना महामारी रोकने में हुई कुप्रबंधन मनमानी को छिपाने आरएसएस भाजपा जश्न मना रही
रायपुर। 100 करोड़ वैक्सीन पूरा होने पर जश्न मना रहे मोदी भाजपा सरकार को कांग्रेस ने घेरा। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने 100 करोड़ वैक्सीन टीकाकरण को सफल बनाने वाले राज्य सरकारों नर्स डॉक्टर और संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को आम जनता को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश में वैक्सीनेशन कार्यक्रम के लिए मैन पावर की कमी नहीं है, अगर किसी बात की कमी है तो वह केंद्र में बैठी मोदी सरकार की सोच और योजनाओं में कमी है। मोदी सरकार से महामारी रोकने में हुई कुप्रबंधन मनमानी पर पर्दा डालने के लिए आरएसएस, भाजपा और उनके अनुवांशिक संगठन इस प्रकार के जश्न का आयोजन कर रहे हैं। सच्चाई यह है कि महामारी संकटकाल में देश की जनता के विश्वास पर मोदी सरकार खरा नहीं उतर पाई है।
मोदी सरकार ने साल अंत तक 216 करोड़ वैक्सीन डोज लगाने का दावा था अपने ही दावे को पूरा नहीं कर पाई। देश में कोरोना की लड़ाई लड़ने वाले हमारे स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग और अन्य सरकारी विभाग के कर्मचारी भी हताश और परेशान रहे हैं। साथ ही आम जनता भी दवाइयों, ऑक्सीजन वेंटिलेटर, एंबुलेंस वेंटिलेटर के लिए भटक रहे थे। अचानक लगाई गई नोटबंदी की तरह लॉकडाउन के चलते देश भर के मजदूर, छोटे-छोटे मासूम बच्चे सैकड़ों किलोमीटर पैदल सड़कों में भूखे-प्यासे भटकते हुए नंगे पांव अपने घर पहुंच। ट्रेन के पटरी में चलते हुए दुर्घटना के शिकार हो रहे थे और केंद्र में बैठी सरकार गूंगी, बहरी होकर आंख बंद करके बैठी हुई थी। देश ने देखा है कैसे मोदी सरकार ने कोरोना महामारी संकटकाल में जरूरतमंदों की मदद करने वालों के ऊपर एफआईआर दर्ज करवाई है। मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर दवाई की मदद करने वाले कांग्रेस नेताओं को जेल तक जाना पड़ा है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने इस साल के अंत तक देश के 108 करोड़ लोगों को 216 करोड़ वैक्सीन डोज उपलब्ध कराने का दावा किया था लेकिन अभी मात्र 100 करोड़ डोज ही लग पाई है। मोदी सरकार के दावे हवाहवाई साबित हुई। आने वाले दो माह में 116 करोड़ डोज लगने के आसार कम है? क्योंकि 216 करोड़ डोज लगाने के दावे के दौरान 13 मई को नीति आयोग के सदस्य बी.के. पाल जो कोविड 19 टास्क फोर्स के नेतृत्व कर रहे थे, उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय में प्रेस वार्ता के दौरान प्रजेंटेशन प्रस्तुत कर जनता के बीच 216 करोड़ डोज के रोड मैप रखे थे, उस दौरान दावा किया गया कोविशील्ड के 75 करोड़ डोज, भारत बायोटेक के को-वैक्सीन के 55 करोड़ डोज, बायो ई सबयूनिट के 30 करोड़ डोज, जाइड्सकैडिला के पांच करोड़ डोज, सिरम इंस्टीट्यूट के कोवैक्स 20 करोड़ डोज, नेजल वैक्सीन 10 करोड़ डोज, जेनेवा वैक्सीन 6 करोड़, स्पूतनिक वी के 15 करोड़ डोज मिलेंगे। आज 100 करोड़ डोज में कोविशील्ड के 87.66 करोड़ डोज ही लग पायी है। बाकी को-वैक्सीन के 11 करोड़ 38 लाख डोज और स्पूतनिक के 10.48 लाख डोज ही लगे।बांकी कम्पनियॉ का पता ही नही है।
कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 17 सितंबर 2021 को मोदी जी के जन्मदिन के अवसर पर 1 दिन में 2 करोड़ से अधिक डोज लगाकर रिकॉर्ड बनाया गया था। लेकिन 17 सितम्बर से आज 22 अक्टूबर तक मात्र 20 करोड़ डोज वैक्सीन ही लग पाई जबकि 17 सितम्बर के रिकॉर्ड को मेन्टन किया जाता तो 35 दिन में 70 करोड़ डोज लग जाने थे।
धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी भाजपा की सरकार को देश की जनता के सामने स्पष्ट करना चाहिए जब जुलाई-अगस्त से कोवैक्सीन प्रति माह छह से सात करोड़ दोज बना सकती थी उस आधार पर अभी 45 करोड़ बन जाना था ऐसे में मात्रा कोवेक्सिन के 11 करोड डोज ही उपयोग में कैसे आया है? क्या किसी ओर को फायदा पहुंचाने के लिए कोवैक्सीन उत्पादन को घटाया गया? उपयोग को घटाया गया?