सिंघु बॉर्डर पर रात में 3 बजे मारा… हत्‍या की जिम्‍मेदारी लेने वाले निहंग समूह ने बताई पूरी कहानी

सिंघु बॉर्डर पर रात में 3 बजे मारा… हत्‍या की जिम्‍मेदारी लेने वाले निहंग समूह ने बताई पूरी कहानी
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नई दिल्‍ली
सिंघु बॉर्डर पर एक व्‍यक्ति की बर्बरता से हत्‍या का मामला शुक्रवार को लोगों की जुबान पर चढ़ा रहा। सोशल मीडिया पर इस हत्‍या की वीभत्‍व तस्‍वीरें शेयर की जाती रहीं। हरियाणा में सोनीपत जिले के कुंडली में किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास इस व्यक्ति का शव बैरिकेड से बंधा मिला। एक हाथ कटा खून से लथपथ। कौन था यह शख्‍स, किसने की इसकी इतनी बेदर्दी से हत्‍या, किस कसूर में हाथ काटकर इसे लटका दिया गया? आइए, यहां इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं।

कहां की घटना?
यह घटना हरियाणा में सोनीपत जिले के कुंडली में किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास की है। किसानों का प्रदर्शन स्थल सिंघु में दिल्ली-हरियाणा सीमा के नजदीक है। केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 10 महीनों से यह किसानों के आंदोलन का केंद्र बना हुआ है।

आखिर कौन था यह शख्‍स?
मृतक की पहचान लखबीर सिंह के तौर पर हुई है। लखबीर दलित समुदाय का है। वह पंजाब के तरण तारण जिले के चीमा खुर्द का रहने वाला था। मजदूरी कर वह पेट पालता था। इस व्‍यक्ति की उम्र 35 साल के आसपास है। जब लखबीर छह महीने का था तब उसे हरनाम सिंह नाम के एक व्‍यक्ति ने गोद लिया था। बताया जाता है कि हरनाम लखबीर के फूफा हैं। लखबीर के असली पिता का नाम दर्शन सिंह था। उसकी बहन का नाम राज कौर है। लखबीर शादीशुदा था। उसकी पत्‍नी जसप्रीत उसके साथ नहीं रहती थी। उनके तीन बेटियां भी हैं।

किसने की लखबीर की हत्‍या?
लखबीर की हत्‍या की जिम्मेदारी निहंग समूह निर्वेर खालसा-उड़ना दल ने ली है। इसका कारण पवित्र ग्रंथ की बेअदबी बताई है। निहंग समूह के एक सदस्‍य बलविंदर ने यहां तक कहा है कि आगे भी जो कोई बेअदबी का दुस्‍साहस करेगा, उसके साथ भी यही किया जाएगा।

निहंग समूह से कैसे जुड़ा लखबीर?
बताया जाता है कि लखबीर कुछ समय पहले वहां आया था। उसने गुरु (पवित्र ग्रंथ) की सेवा करने की इच्‍छा जताई थी। धीरे-धीरे उसने सबका भरोसा जीत लिया। समूह के लोग उसकी सेवा से काफी खुश थे।

शुक्रवार को क्‍या हुआ?
बात शुक्रवार को तड़के सुबह करीब साढ़े तीन बजे की है। प्रकाश पूजा करने से पहले पक्‍के सेवादार स्‍नान करने के लिए गए थे। उसी दौरान लखबीर ने पवित्र ग्रंथ के साथ बेअदबी की। वह ग्रंथ को लेकर अपने साथ भागा भी। उसे कुछ दूरी पर समूह के लोगों ने पकड़ लिया और पीट-पीटकर उसकी हत्‍या कर दी। समूह ने चेतावनी दी कि जो भी गुरु की बेअदबी करेगा, उसके साथ यही किया जाएगा।

इस घटना से जुड़ी कई वीडियो क्लिप वायरल हुई हैं। एक क्लिप में दिख रहा है कि निहंग उस व्यक्ति से पूछ रहे हैं कि वह कहां से आया है। व्यक्ति को मरने से पहले पंजाबी में कुछ कहते हुए और निहंगों से माफ करने की गुहार लगाते हुए सुना जा सकता है। वीडियो में दिखाई देता है कि निहंग लगातार उससे पूछ रहे हैं कि बेअदबी करने के लिए किसने उसे भेजा था।

किस हालत में मिला शव?
लखबीर का शव एक बैरिकेड से बंधा लटका हुआ मिला। उसका बायां हाथ कटा था। उसके बाजुओं को बैरिकेड से रस्‍सी से बांधा गया था। वह उसी से लटका हुआ था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत सिविल अस्पताल भेजा है। हत्या के आरोपी ने पुलिस के पास आत्मसमर्पण किया है। निहंग सरबजीत ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। मेडिकल कराने के बाद शनिवार को उसे अदालत में पेश किया जाएगा।

फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स

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