अफगानिस्तान से पैदा होने वाली किसी भी खराब स्थिति से निपटने के लिए भारत को रहना होगा तैयार, श्रृंगला ने चेताया
विदेश सचिव ने शनिवार को कहा कि अफगानिस्तान में अशांति है। पड़ोसी देश से पैदा होने वाली किसी भी विकट परिस्थिति से निपटने के लिए भारत को तैयार रहना होगा। वहां मानवीय संकट और प्रशासन की कमी के कारण स्थिति और खराब हो सकती है।
इंडिया टुडे कॉनक्लेव के एक सेशन में श्रृंगला ने कहा कि कई अन्य देशों की तरह भारत भी अफगानिस्तान के लोगों को मानवीय सहायता देना चाहता है।
विदेश सचिव ने कहा, ‘जहां तक मानवीय सहायता की बात है तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय के कई अन्य सदस्यों की तरह हमने भी कहा है कि अफगानिस्तान के लोगों की जरूरतें और वहां सत्ता में बैठे लोग, दोनों अलग-अलग बातें हैं।’
अफगानिस्तान में घटनाक्रमों के बाद नई दिल्ली की सुरक्षा चिंताओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश की स्थिति का भारत पर असर नहीं पड़े, इसके लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।
श्रृंगला ने यह बात ऐसे समय कही जब अफगानिस्तान से सैन्य वापसी के बाद अमेरिका और तालिबान के बीच पहली वार्ता शुरू हुई है। तालिबान के वरिष्ठ अधिकारी और अमेरिकी प्रतिनिधी कतर में वार्ता शुरू करते हुए आपसी संबंधों को लेकर एक नया अध्याय शुरू करने जा रहे हैं। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री ने इसकी पुष्टि की है।
दोहा में शनिवार को शुरू हुई व्यक्तिगत बैठकें अगस्त में अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना के हटने, 20 साल की सैन्य उपस्थिति को समाप्त करने और तालिबान के सत्ता में आने के बाद ऐसा पहला प्रयास है।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स