कवर्धा तनाव बढ़ाने के पीछे संतोष पाण्डेय, अभिषेक सिंह की भूमिका की जांच हो : कांग्रेस
रायपुर। कांग्रेस ने कवर्धा में दोषियों पर निष्पक्षता के साथ कठोर कार्यवाही के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशों का स्वागत किया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा घटना के बाद जुलूस का वीडियो सार्वजनिक करने के निर्देश के बाद भाजपा तिलमिला गई है क्योंकि इस वीडियो के सामने आने के बाद भाजपा और उसके नेताओं का दंगाई चेहरा एक बार फिर से सामने आयेगा। कवर्धा के तनाव के पीछे और तनाव को बढ़ाने के लिये राजनांदगांव के वर्तमान सांसद संतोष पांडेय और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह की भूमिका की भी जांच होनी चाहिये। प्रदेश की जनता को यह सच्चाई भी पता लगना चाहिये कि सत्ता हाथ से निकलने के बाद कैसे पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के पुत्र प्रदेश और विशेषकर अपने गृहनगर की फिजा खराब करने दंगा भड़काने की कोशिश में लगे थे। भाजपा के नेता कवर्धा तनाव पर लगातार बयानबाजी तो कर रहे लेकिन रमन सिंह सहित कोई भी भाजपा नेता कवर्धा में शांति और भाई चारा बनाये रखने का अपील जारी क्यों नहीं किया? भाजपा प्रदेश के सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ कर अपनी राजनैतिक जमीन के लिये खाद-पानी तैयार करने की मंशा में शांति की बहाली में बाधा पैदा कर रही है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुद्दा विहीन भाजपा धर्म की आड़ लेकर अपनी मृत हो चुकी राजनीति के लिये संजीवनी तलाशने के षडयंत्र में लगी है। पहले धर्मांतरण के झूठे मुद्दे को हवा देने की कोशिशे भाजपा द्वारा किया गया। जब प्रदेश की जनता ने भाजपा के धर्मांतरण के मुद्दे को नकार दिया तब भाजपा ने कवर्धा युवकों के दो समूहों के छोटे से झगड़े को सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया। भाजपा के कवर्धा से लेकर प्रदेश स्तर तक के नेता नेता इस घटना को वर्ग संघर्ष के रूप में परिणित करने के प्रयास में लग गये। छत्तीसगढ़ की अमन पसंद जनता भाजपा के षडयंत्र को भलीभांति समझ रही है। इसलिये प्रदेश में भाजपा की धर्म से धर्म को लड़ाने की योजना सफल नहीं होगी।