LAC के पास चीनी सैनिकों के पेट्रोलिंग में बड़ा बदलाव, गश्ती दल में चार गुना बढ़ोतरी
लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर चीनी सैनिकों ने अपने पेट्रोलिंग के तरीके में बदलाव किया है। पिछले साल ईस्टर्न लद्दाख में एलएसी पर भारत और चीन के बीच तनाव शुरू हुआ था, जिसके बाद गलवान में दोनों देशों के बीच खूनी झड़प भी हुई थी। एलएसी पर तनाव अब भी बरकरार है।
सूत्रों के मुताबिक इस बीच चीन ने अपने पेट्रोलिंग यानी गश्ती के तरीके में भी बदलाव किया है। जहां पहले पेट्रोलिंग के लिए 20-25 सैनिकों की टुकड़ी ही आती थी वहीं अब कई जगह चीनी सैनिक करीब 100 की संख्या में आकर पेट्रोलिंग कर रहे हैं।
अब 25 नहीं एक साथ 100 सैनिक
सूत्रों के मुताबिक चीन ने एलएसी पर अपने सर्विलांस इक्विपमेंट्स में तो बढ़ोतरी की ही है साथ ही वह अपने सैनिकों के लिए एलएसी के पास ही नए शेल्टर भी बना रहा है। चीन ने सैनिकों की तैनाती भी बढ़ाई है। चीनी सेना ने भारतीय सैनिकों के सामने टिकने के लिए अपने पट्रोलिंग के तरीके को भी बदला है। एलएसी पर कई ऐसी जगहें हैं जिस पर भारत और चीन दोनों अपना दावा करते हैं। इन विवादित जगहों पर भारतीय सैनिक भी पेट्रोलिंग करते हैं और चीनी सैनिक भी पेट्रोलिंग करते हैं।
पहले पेट्रोलिंग के लिए चीनी सैनिकों की जो टुकड़ी आती थी उसमें 20-25 सैनिक होते थे। लेकिन अब उन जगहों पर जहां पर चीनी पोस्ट एलएसी से 25 से 30 किलोमीटर की दूरी पर है वहां पर चीन पेट्रोलिंग के लिए बड़ी टीम भेज रहा है। इसमें करीब 100 तक सैनिक हैं। अगर कभी पेट्रोलिंग के दौरान भारत और चीनी सैनिकों के बीच टकराव होता है तो जिन जगहों पर चीन की पोस्ट दूर हैं वहां से रिइंफोर्समेंट आने में वक्त लग सकता है। इसलिए चीन ने ऐसी जगहों पर गश्ती के लिए ज्यादा सैनिक भेजना शुरू किया है।
बाड़ाहोती इलाके में भारतीय सेना की स्थिति मजबूत
पिछले महीने उत्तराखंड के बाड़ाहोती में भी जब चीनी सैनिक गश्ती के लिए आए थे तो उनकी संख्या 100 से ज्यादा थी। सेना के एक अधिकारी के मुताबिक चीन ने पिछले कुछ वक्त में ही गश्ती दल में सैनिकों की संख्या बढ़ाई है। बाड़ाहोती इलाके में भारतीय सेना मजबूत स्थिति में है और वहां पर भारतीय पोस्ट करीब 8 किलोमीटर ही दूर है। जबकि चीनी पोस्ट वहां से करीब 30 किलोमीटर दूर है।
हालांकि चीन ने बिल्कुल एलएसी तक सड़क बनाई हुई है। चीनी सैनिक गाड़ियों में आते हैं और अपने घोड़े भी गाड़ियों में लेकर आते हैं। यहां चीनी पोस्ट दूर है इसलिए वह पेट्रोलिंग के लिए ज्यादा संख्या में आ रहे हैं। एलएसी पर कई जगहों पर भारत और चीन के सैनिकों का आमना सामना होता रहा है। क्योंकि विवादित जगहों पर दोनों देशों के सैनिक पेट्रोलिंग के लिए अपनी टीम भेजते हैं।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स