50 मिनट तक चली अमरिंदर सिंह और अमित शाह के बीच मुलाकात, क्या थामेंगे बीजेपी का हाथ?
नई दिल्ली
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या वह बीजेपी का दामन थामेंगे। अमरिंदर मंगलवार से दिल्ली में हैं और बुधवार शाम को उन्होंने अमित शाह से उनके घर पर मुलाकात की। यह मुलाकात करीब 50 मिनट चली। मुलाकात के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि ये मुलाकात किसानों के मुद्दे पर थी।
अमित शाह और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच हुई मुलाकात के बाद कैप्टन के मीडिया सलाहकार की ओर से कहा गया है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। कृषि कानूनों के खिलाफ लंबे समय तक किसानों के आंदोलन पर चर्चा की। तीनों कानूनों को रद्द करने और एमएसपी की गारंटी के साथ संकट को तत्काल हल करने का आग्रह किया।
अभी खुलकर नहीं बोले रहे अमरिंदर सिंहअमरिंदर सिंह बीजेपी में शामिल होंगे या नहीं इसे लेकर अभी कोई खुलकर कुछ नहीं बोल रहा। पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू पर यह कहकर निशाना साधा था कि अगर सिद्धू पंजाब के सीएम बने तो यह देश की सुरक्षा के लिए खतरा होगा। इसके बाद से ही बीजेपी भी इसी पिच पर अमरिंदर की बात को आगे बढ़ाते हुए सिद्धू पर निशाना साधने लगी। राष्ट्रवाद, बीजेपी की मजबूत पिच रही है। मुख्यमंत्री रहते हुए भी जब जलियांवाला बाग के रिनोवेशन को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए थे, तब अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार का बचाव किया था।
पंजाब की राजनीति में आ सकता है नया मोड़अमरिंदर के सहारे बीजेपी पंजाब की राजनीति में नया मोड़ ला सकती है। अगले साल की शुरूआत में पंजाब विधानसभा चुनाव हैं और बीजेपी के पास वहां अभी कुछ नहीं है। न संगठन, न सहयोगी। बीजेपी का पुराना सहयोगी अकाली दल अलग हो गया है और पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला होता दिख रहा है। लेकिन अगर अमरिंदर सिंह बीजेपी में शामिल होते हैं तो बीजेपी इस चुनावी जंग में वापसी कर सकती है।
बीजेपी के लिए हमेशा सॉफ्ट कॉर्नर रहे हैं कैप्टनबीजेपी सूत्रों के मुताबिक अमरिंदर सिंह के लिए हमेशा बीजेपी के मन में सॉफ्ट कॉर्नर रहा है क्योंकि वह राष्ट्रवादी हैं। पार्टी के कुछ सीनियर नेता कई हफ्तों से अमरिंदर सिंह के संपर्क में थे। यह भी चर्चा चल रही है कि क्या अमरिंदर बीजेपी में शामिल होंगे या कोई नई पार्टी बनाएंगे, जिसे बीजेपी समर्थन देगी। इस्तीफा देते वक्त अमरिंदर ने कहा था कि वह आगे का फैसला अपने लोगों से बातचीत कर लेंगे। अब अमरिंदर बीजेपी में आते हैं या फिर बाहर रखकर साथ निभाते हैं, लेकिन यह तय है कि वह कांग्रेस की मुश्किल तो बढ़ाएंगे ही।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स