फिर उजागर हुई डी पुरंदेश्वरी की हठधर्मिता और जिद
रायपुर। भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के छत्तीसगढ़ के जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को थूक कर बहा देने वाले बयान की सफाई को खारिज करते हुये प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि अपेक्षा थी कि डी. पुरंदेश्वरी अपने इस निम्नस्तरीय बयान पर कम से कम खेद तो व्यक्त करेगी लेकिन डी पुरंदेश्वरी भाजपा प्रभारी ने थूकने वाले बयान के लिये माफी मांगने के बजाय झूठी सफाई देते हुये इसे कांग्रेस की सोच बतलाया है। यह डी पुरंदेश्वरी की हठधर्मिता और जिद को दर्शाता है। असल में पुरंदेश्वरी ने आरएसएस भाजपा की घृणा और नफरत फैलाने वाली सोच को ही बस्तर में आयोजित भाजपा के चिंतन शिविर में छत्तीसगढ़ के सामने रखने काम किया है। सर्वहारा वर्ग का विश्वास प्राप्त और तीन चौथाई बहुमत से चुनी हुई मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार को थूक कर बहा देने का दावा कर डी पुरंदेश्वरी ने छत्तीसगढ़ के अस्मिता स्वाभिमान का अपमान किया है।
कांग्रेस की सरकार जनहितैषी, किसान हितैषी, युवा हितैषी, छत्तीसगढ़ के कला, संस्कृति, परंपरा, तीज तिहार सामूहिक रूप से मनाने और सहेजने वाली अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के हित अधिकार के लिए काम कर रही है। ऐसी जनहित में काम करने वाली सरकार पर भाजपा कार्यकर्ताओं से थूक कर बहा देने का आव्हान कर रही है।प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि डी पुरंदेश्वरी के थूकने वाले बयान की निंदा प्रदेश का हर वर्ग समुदाय के लोग कर चुके हैं। डी पुरंदेश्वरी के इस बयान की पूरे प्रदेश में भाजपा की थू-थू हो रही है। भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी का थूकने वाला बयान भाजपा का निम्नस्तरीय सोच है। भाजपा प्रभारी थूकने वाले बयान पर छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता ने सफाई दी थी कि पुरंदेश्वरी ने थूकने नहीं फूकने की बात कही है। भाजपा की यही फितरत है पहले आम जनता को जलील करो और जब विरोध शुरू हो जाए तब सफाई दो।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार शपथ ग्रहण से लेकर अब तक रमन भाजपा के 15 साल के काले ग्रहण दोष को दूर करने में लगी है। किसानों की कर्जमाफी, बिजली बिल हाफ, सिंचाई कर माफ, धान की कीमत 2500 रु क्विंटल दे रही है। बस्तर में पूर्व सरकार के द्वारा छीनी गई 4000 एकड़ जमीन को 1700 आदिवासी परिवार को लौटाने का काम की है। जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों को जेल से बाहर निकाली है। तेंदूपत्ता का मानक दर 2500 रु प्रति बोरा से बढ़ाकर 4000 रु प्रति बोरा दे रही है। 52 वनोपज की समर्थन मूल्य में खरीदी हो रही है। छत्तीसगढ़ तीव्र गति से प्रगति की ओर बढ़ रहे हैं।राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, राजीव मितान क्लब जैसे अनेक योजना से जनहित के कार्य कर रही है। आर्थिक मजबूती और स्वरोजगार को बढ़ा रही है। 14580 शिक्षकों की भर्ती, बिजली विभाग, पुलिस विभाग सहित अन्य विभागों में भी रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। आंगनबाड़ी और मितानिनो की मानदेय में बढ़ोतरी की है। शासकीय कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दे रही है। जाति प्रमाण पत्र का सरलीकरण एवं अनुकंपा नियुक्ति में आ रही दिक्कतों को दूर कर शासकीय कर्मचारियों के परिवारों को अनुकंपा नियुक्ति दे रही है। ऐसे में छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दाविहीन हो चुकी है। मुद्दों के दिवालियापन के दौर से गुजर रही है और जन समर्थन खो चुकी है।