पहले चरण में टूटे सारे रिकॉर्ड, 64.56 फीसदी वोटिंग
नोएडा : पहले चरण में वेस्ट यूपी के 15 जिलों की 73 सीटों के लिए शनिवार को मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कहीं से भी बड़ी वारदात की खबर नहीं है। पहले चरण में 64.56 फीसदी मतदान हुआ। सबसे अधिक 71.18 प्रतिशत मतदान आगरा के फतेहाबाद सीट पर हुआ जबकि सबसे कम 51 फीसदी वोट गौतमबुद्धनगर की नोएडा सीट पर पड़े हैं।
जिलावार वोटिंग में शामली 67.94 फीसदी के साथ पहले नंबर पर रहा जबकि गाजियाबाद में सबसे कम 57.2 फीसदी वोट पड़े। पहले चरण में 40 स्थानों से ईवीएम खराबी की शिकायत मिली है। इससे कुछ देर मतदान प्रभावित रहा। हालांकि यहां पर ईवीएम बदलकर मतदान शुरू करवाया गया।
पहले चरण के मतदान में सबसे अधिक मेरठ में तीन स्थानों पर पुलिस को एक्शन लेना पड़ा। बागपत, फिरोजाबाद, मथुरा और एटा में राजनीतिक दलों के समर्थकों के बीच नोकझोंक की खबरें है। कुछ स्थानों पर वोटर लिस्ट में नाम न होने पर लोगों ने हंगामा किया। मेरठ में भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम की सरधना विधानसभा के फरीदपुर बूथ पर लाइसेंसी असलहा लेकर वोट डालने पहुंचे उनके भाई गगन सोम को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
इसके बाद समर्थकों ने हंगामा किया। सरधना में ही संगीत सोम के गांव सलावा में मतदान समाप्त होने के बाद 400-500 समर्थक पोलिंग बूथ पर पहुंच गए जिन्हें पुलिस ने बलपूर्वक खदेड़ दिया।
वहीं, मेरठ की ही किठौर सीट से कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर के काफिले पर राधना गांव में पथराव की खबर है। एसएसपी मेरठ जे रविंदर गौड़ ने बताया कि शाहिद मंजूर के समर्थकों और राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी मतलूब गौड़ के समर्थकों के बीच झड़प की सूचना मिली थी। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर दोनों पक्षों को खदेड़ दिया।
उन्होंने बताया कि कहीं भी पोलिंग बूथ के अंदर या आसपास कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। बागपत और फिरोजाबाद में बूथ के पास समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक हुई। मथुरा में पोलिंग के दौरान भाजपा प्रत्याशी कृष्णकांत शर्मा और पुलिस के बीच नोकझोंक की खबर है।