‘स्मार्ट पुलिसिंग’ के साथ ‘स्मार्ट हाऊसिंग’ में भी दक्ष है छत्तीसगढ़ पुलिस: डॉ. रमन सिंह
रायपुर:मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ पुलिस ‘स्मार्ट पुलिसिंग’ के साथ ‘स्मार्ट हाऊसिंग’ का कार्य भी कुशलता के साथ कर रही है और ‘स्मार्ट सिटी’ के विकास में भी योगदान दे रही है। डॉ. सिंह ने आज रात यहां विधानसभा मार्ग के किनारे पुलिस परिवारों के लिए निर्मित सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय परिसर का लोकार्पण करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा-राज्य सरकार पुलिस जवानों और उनके परिवारों को बेहतर मकानों की सुविधा दिलाने के हर संभव प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में दस हजार मकानों के निर्माण की कार्य योजना पर अमल शुरू हो गया है। इसके अंतर्गत लगभग एक हजार करोड़ रूपए की लागत से सभी 27 जिलों में छह हजार मकानों का निर्माण युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। यह खुशी की बात है कि अब तक इनमें से 3600 मकान तैयार भी हो चुके हैं। उल्लेखनीय है कि 48 मकानों की इस कॉलोनी का निर्माण चार करोड़ 13 लाख रूपए की लागत से पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन द्वारा किया गया है। हमारी मंशा है कि दिन रात कड़ी मेहनत से अपनी ड्यूटी करने वाले पुलिस जवानों को अपने परिवारों के साथ रहने के लिए अच्छी सुविधाओं से परिपूर्ण मकान मिले। डॉ. सिंह ने कहा-कई शहरों में मुझे पुलिस कर्मियों के लिए तीस-चालीस वर्ष पुराने मकानों की हालत देखकर दुःख होता था। उन्हें अच्छे मकान देने के लिए राज्य सरकार ने कार्य योजना तैयार की है।
डॉ. सिंह ने समारोह में इस परिसर के साथ-साथ राजधानी रायपुर में पुलिस हाऊसिंग कार्पोरेशन द्वारा थाना आजाद चौक आवासीय परिसर में लगभग 2 करोड़18 लाख रूपए की लागत से अराजपत्रित अधिकारियों के लिए निर्मित 18 मकानों सहित पचास-पचास लाख रूपए की लागत से निर्मित सेजबहार और खमतराई थाना भवनों का भी लोकार्पण किया। लगभग 6600 वर्ग मीटर में स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय परिसर में एक खूबसूरत पार्क और एक मंदिर का निर्माण भी किया गया है। समारोह में कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, संसदीय सचिव श्री लाभचंद बाफना, छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष श्री देवजी भाई पटेल, विधायक द्वय श्री सत्यनारायण शर्मा और श्री श्रीचंद सुन्दरानी, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव, बीरगांव नगर निगम की महापौर श्रीमती अम्बिका यदु और गृह विभाग के प्रमुख सचिव श्री बी.व्ही.आर. सुब्रमण्यम विशेष अतिथि के रूप में समारोह में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि पुलिस लाईनों में पुलिस कर्मचारियों के लिए तीस से चालीस साल पुराने आवासों को देखकर तकलीफ होती थी। पुलिस जवान हर परिस्थितियों में 24 घंटे अपने कर्त्तव्य पर मुस्तैदी के साथ तैनात रहते हैं, जवानों को बेहतर परिवेश में बेहतर आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 2011 में पुलिस हाऊसिंग कार्पोरेशन का गठन किया गया। पुलिस हाऊसिंग कार्पोरेशन ने दृढ़ निश्चय के साथ तत्परता से गुणवत्तापूर्ण आवासों के निर्माण में कमाल किया है। तकनीकी विशेषता वाले इस कार्य में भी पुलिस ने अपनी कुशलता का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने 155 थाने और बस्तर के दूरस्थ और नक्सल प्रभावित क्षेत्र में इंजरम-भेज्जी और दोरनापाल-जगरगुण्डा तक सड़क का निर्माण करने में अभूतपूर्व योगदान दिया है। लगभग 157 करोड़ रूपए की लागत से 48 किलोमीटर लंबी इस सड़क के निर्माण में दो जवानों ने शहादत दी, आठ जवान घायल हुए और एक नागरिक की मृत्यु हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये दोनों सड़के शहादत देने वाले जवानों को समर्पित है। घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के गांवों के इन सड़कों से जुड़ने से वहां के जनजीवन में बड़ा परिवर्तन आया है।
पुलिस महानिदेश श्री ए.एन उपाध्याय ने स्वागत भाषण दिया। विशेष पुलिस महानिदेशक और पुलिस हाऊसिंग कार्पोरेशन के प्रबंध निदेशक श्री डी.एम. अवस्थी ने बताया कि कार्पोरेशन द्वारा प्रदेश में पिछले चार सालों में लगभग 196 करोड़ रूपए की लागत से 155 थानों और 305 करोड़ रूपए की लागत से पुलिस कर्मचारियों के लिए 3600 मकानों का निर्माण किया जा चुका है। पुलिस महानिरीक्षक श्री प्रदीप गुप्ता ने आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर नवनिर्मित आवासों की चाबी रायपुर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला को सौंपी। इस अवसर पर अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।