BHU में कम्प्यूटर घोटाला! पूर्व MS के बाद अब प्रफेसर ने उठाए सवाल, छात्र कर रहे CBI जांच की मांग
वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में कम्प्यूटर खरीदने में घोटाले का मामला सामने आया है। सर सुंदरलाल चिकित्सालय के पूर्व एमएस ओपी उपाध्याय के बाद अब कार्यकारिणी परिषद के सदस्य प्रफेसर आनंद मोहन ने कुलपति को पत्र लिखकर घोटाले की आशंका जताई है।
जानकारी के मुताबिक, बीएचयू में ढाई करोड़ रुपये में लगभग 500 कम्प्यूटर खरीदे गए थे। लगभग 250 कम्प्यूटर पुराने जनरेशन के खरीदे गए। विश्ववविद्यालय की विशेषज्ञ टीम ने इन कम्प्यूटरों की खरीद पर आपत्ति भी जताई थी। लेकिन क्रय समिति ने सारी आपत्तियों को दरकिनार कर आई-3 और आई-5 जनरेशन के कम्प्यूटर खरीद लिए। बताते चलें कि विशेषज्ञ टीम ने समिति को आई-7 जनरेशन के कम्प्यूटर खरीदने के सुझाव दिए थे।
छात्र कर रहे सीबीआई जांच की मांग
कम्प्यूटर खरीद में घोटाले और कमीशनखोरी की सुबगुहाट के बाद अब छात्र इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। छात्र अभिषेक सिंह ने बताया कि इस मामले को लेकर पीएम को पत्र लिखा गया है। यदि जल्द ही पीएमओ और कुलपति की ओर से उचित कार्यवाही नही हुई तो छात्र सड़क पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन करेंगे।
ये है BHU की दलील
बीएचयू के जनसम्पर्क अधिकारी डॉ राजेश सिंह ने ये दलील दी कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जिन सामानों की खरीद की जाती है, उस पर विशेषज्ञ टीम की मुहर और सरकार के क्रय नियमों का पूरा पालन किया जाता है। किसी भी खरीद में घोटाले का कोई प्रश्न ही नहीं है।
साभार : नवभारत टाइम्स