कोरोना से उबरे मरीजों पर दोबारा अटैक कर रहा वायरस, दूसरी बार दिख रहा घातक असर
आमतौर पर माना जाता है कि कोई व्यक्ति अगर के संक्रमण से एक बार ठीक हो गया तो वह दोबारा संक्रमित नहीं होता है। अब इस धारणा को अमेरिकी वैज्ञानिकों ने खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि कोरोना के संक्रमण से उबरा मरीज अगर सावधानी नहीं बरतता है तो वह दोबारा कोरोना की चपेट में आ सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि दूसरी बार कोरोना संक्रमित होने वाले मरीजों को खतरा ज्यादा रहता है।
कोरोना के दो अलग वेरियंट से संक्रमित हुआ शख्स
प्रसिद्ध साइंस जर्नल लांसेट इन्फेक्शियस डिजीज में प्रकाशित इस अध्ययन में इस बात के प्रमाण मिले हैं कि पहली बार बिना एक रोगी कोरोना वायरस के दो अलग अलग वैरियंट से संक्रमित हुआ है। अमेरिका में नेवादा विश्वविद्यालय की शोध में पता चला है कि एक 25 वर्षीय पुरुष 48 दिनों के भीतर दो कोरोना वायरस के दो अलग-अलग वेरिएंट से संक्रमित था। पहले वेरियंट से संक्रमित होने के बाद उसका कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आया था। जिसके बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, लेकिन बाद में वह फिर से कोरोना के दूसरे वेरियंट से संक्रमित पाया गया।
दूसरी बार मरीजों को खतरा ज्यादा
इस रिसर्च में कहा गया है कि मरीज जब दूसरी बार कोरोना वायरस से संक्रमित हुआ तो उसकी स्थिति पहले की अपेक्षा ज्यादा खराब थी। इसके कारण उसे अस्पताल में ऑक्सीजन की सपोर्ट पर रखा गया। इससे यह पुष्टि होती है कि एक बार कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद इसकी कोई गारंटी नहीं है कि आप दोबारा कोरोना से संक्रमित नहीं हो सकते हैं।
48 दिन में दो बार संक्रमित हुआ था मरीज
शोधकर्ताओं ने अप्रैल 2020 में इस शख्स का पहली बार कोरोना टेस्ट किया था। जिसमें इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। कुछ दिनों बाद किए गए दूसरे टेस्ट में मरीज कोरोना के संक्रमण से उबर गया। फिर जून 2020 में उसे बुखार, सिरदर्द, चक्कर आना, खांसी, मतली और दस्त सहित कोरोना वायरस के कई गंभीर लक्षणों को देखते हुए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जिसके बाद उसका कोरोना वायरस टेस्ट फिर से पॉजिटिव आ गया।
संक्रमण से ठीक हुए लोगों को भी बचाव जरूरी
इस रिसर्च में बताया गया है कि मरीज को अब अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। हालांकि, रिसर्चर्स ने कहा है कि सभी व्यक्तियों को कोरोना वायरस से बचने के लिए पर्याप्त सावधानी बरतनी चाहिए, चाहें वह पहले से कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद ठीक क्यों न हो गए हों। उन्होंने कहा कि यह रिसर्च बताता है कि जिन व्यक्तियों ने SARS-CoV-2 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है, उन्हें वायरस के बारे में गंभीर सावधानी बरतते रहना चाहिए।
संक्रमण से बच नहीं सकते ठीक हुए मरीज
इस रिसर्च पेपर के लेखक नेवादा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मार्क पंडोरी ने कहा कि अभी भी SARS-CoV-2 संक्रमण और प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया के बारे में कई अज्ञात हैं। हमारे निष्कर्ष संकेत देते हैं कि पिछले SARS-CoV-2 संक्रमण संभवत भविष्य के संक्रमण से रक्षा नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण खोज है, क्योंकि आम तौर पर ऐसे मामले कम ही देखे गए हैं।