विकास के कार्यो को गिनाने की जरूरत नहीं होती कार्य स्वयं बोलता है: डॉ. रमन सिंह

विकास के कार्यो को गिनाने की जरूरत नहीं होती कार्य स्वयं बोलता है: डॉ. रमन सिंह
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रायपुर:मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा – विकास के कार्यो को बहुत ज्यादा गिनाने की जरूरत नहीं होती। कार्य स्वयं बोलता है, एक सड़क बनती है, तो वह जनता को अपने आप दिख जाती है। राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे विकास के कार्य स्वयं बोल रहे हैं। यह नया शक्कर कारखाना भी इसका एक अच्छा उदाहरण है।
मुख्यमंत्री ने आज शाम कबीरधाम जिले के ग्राम बिशेषरा (विकासखण्ड-पंडरिया) में जिले के दूसरे और राज्य के चौथे सहकारी शक्कर कारखाने का लोकार्पण करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा – विकास की परिभाषा केवल  पुल-पुलियों और भवनों तक सीमित नहीं रहती। जनता के जीवन में आए परिवर्तन से विकास का आंकलन किया जा सकता है। आज छत्तीसगढ़ के हर व्यक्ति के चेहरे पर आत्मविश्वास की चमक है। राज्य सरकार के नए बजट में इस बार भी विकास कार्यो के लिए सभी जरूरी प्रावधान किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा – किसी बिल्डिंग के निर्माण में भी दस महीने से ज्यादा समय लगता है, लेकिन यह विशाल और अत्याधुनिक नया कारखाना सहकारिता के आधार पर सिर्फ दस महीने के रिकार्ड समय में तैयार हो गया है। यह अपने आप में अनोखा उदाहरण है। इस कारखाने के असली मालिक यहां के किसान हैं। मैं तो सिर्फ यह कारखाना उन्हें समर्पित करने आया हूं। उन्होंने कहा – कारखाने के संचालन के लिए सहकारी समिति का गठन किया गया है। यह शक्कर फैक्ट्री इस  समिति में शामिल 13 हजार से ज्यादा शेयर धारक किसानों की मिल्कियत है।
मुख्यमंत्री ने नए शक्कर कारखाने में पेराई के लिए कन्वेयर बेल्ट में गन्ना डालकर और बटन दबाकर कारखाने का शुभारंभ किया। उन्होंने इस नए कारखाने को मां लक्ष्मी की धरोहर बताया और कहा – 160 करोड़ से ज्यादा लागत से निर्मित इस कारखाने का लाभ कबीरधाम सहित उसके पड़ोसी मुंगेली और बेमेतरा जिलों के लगभग 35 हजार किसानों को भी मिलेगा। तीनों जिलों के किसान यहां अपने गन्ने की फसल बेचकर लाभ अर्जित कर सकेंगे। इस कारखाने में शक्कर के साथ बिजली भी बनेगी।  मुख्यमंत्री ने कहा – यह शक्कर कारखाना इस बात का प्रमाण है कि व्यक्ति और समाज ठान ले तो कोई भी काम असंभव नहीं होता। उन्होंने कहा कि इस कारखाने का निर्माण मार्च 2016 में शुरू हुआ था और एक साल से भी कम समय में, मात्र दस महीने के भीतर निर्माण पूर्ण हो गया। डॉ. सिंह ने कहा – कारखाने का नामकरण लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर किया गया है, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया और आजादी के बाद लगभग 700 देशी रियासतों को भारत संघ का अभिन्न अंग बनाने में अपनी ऐतिहासिक भूमिका निभाई।
डॉ. सिंह ने कहा – इन दिनों जबकि पूरी दुनिया में शक्कर उद्योग पर संकट देखा जा रहा है, देश के बिहार और उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों में बंद हो रहे हैं, ऐसे वक्त में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य में एक नए शक्कर कारखाने के निर्माण का निर्णय लेना और उसे पूरा करना आसान नहीं था, लेकिन सबकी मेहनत और सबके सहयोग से हम लोग इसमें कामयाब हुए। मुख्यमंत्री ने इसका श्रेय क्षेत्र के किसानों के साथ-साथ सहकारिता मंत्री श्री दयाल दास बघेल, लोक निर्माण मंत्री और जिले के प्रभारी श्री राजेश मूणत, कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह, संसदीय सचिव और क्षेत्रीय विधायक श्री मोतीराम चन्द्रवंशी, संसदीय सचिव श्री तोखन साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री अजय सिंह, जिला कलेक्टर श्री धनंजय देवांगन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सर्वेश्वर भूरे और उनकी पूरी टीम तथा कारखाने के निर्माण में दिन-रात लगे मेहनतकश मजदूरों कर्मचारियों और कॉन्ट्रेक्टरों को दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सबकी मेहनत से आज हम सबका एक सपना साकार हुआ है। इसके निर्माण में लगे हर व्यक्ति को मुख्यमंत्री ने हृदय से धन्यवाद दिया। उन्होंने उन किसानों को विशेष रूप से धन्यवाद दिया, जिन्होंने इसके निर्माण अपनी जमीन सरकार को दी है। मुख्यमंत्री नेे कहा – कबीरधाम जिला फलों और  सब्जियों की खेती, गन्ने और सोयाबीन की खेती में अग्रणी है। कृषि उत्पादन में जिले के लोग अच्छा काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से इसी तरह अपने जिले को एक वर्ष के भीतर खुले में शौच मुक्त जिला बनाने का भी आव्हान किया।
डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ राज्य की विकास यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा वर्ष 2000 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया। अब यह राज्य हर क्षेत्र में तरक्की करते हुए देश में नाम कमा रहा है। इसका श्रेय भी प्रदेश की जनता को है। जनता के आशीर्वाद से ही सरकार को राज्य के विकास और प्रदेशवासियों की बेहतरी के लिए काम करने की ताकत मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा – आजादी के विगत 50 वर्षो में कबीरधाम (कवर्धा) जिले के इस इलाके में विकास के जितने कार्य हुए, उससे कहीं ज्यादा राज्य सरकार ने पिछले पांच वर्ष में किए हैं। डॉ. सिंह ने कहा – प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के करोड़ों गरीब परिवारों के रसोई घरों में महिलाओं को धुएं से होने वाली तकलीफ को देखते हुए उन्हें निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन देने के लिए उज्ज्वला योजना की शुरूआत की है। छत्तीसगढ़ में इस योजना के तहत अब तक लगभग 10 लाख महिलाओं को सिर्फ 200 रूपए के पंजीयन शुल्क पर इस योजना में शामिल कर इसका लाभ दिया जा चुका है। प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए सौर सुजला योजना की शुरूआत की है। इसके अंतर्गत उन्हें साढे तीन लाख और साढे चार लाख रूपए के सोलर सिंचाई पंप नाममात्र के अंशदान पर दिए जा रहे हैं। राज्य निर्माण के पहले छत्तीसगढ़ में सिंचाई पम्प कनेक्शनों की संख्या सिर्फ 80 हजार के आस-पास थी। आज हर जिले में  इनकी संख्या हजारों में पहुंच चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा – विकास के कार्यो को बहुत ज्यादा गिनाने की जरूरत नहीं होती। कार्य स्वंय बोलते हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य में सहकारिता के क्षेत्र में वर्तमान में तीन शक्कर कारखाने संचालित हो रहे हैं। इनमें कबीरधाम जिले के ग्राम राम्हेपुर स्थित भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना, जिला बालोद के ग्राम करकाभाट स्थित मां दंतेश्वरी शक्कर कारखाना और जिला सूरजपुर के ग्राम केरता में संचालित मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना शामिल हैं। ग्राम बिशेषरा में लगभग 75 हेक्टेयर के रकबे में निर्मित और मुख्यमंत्री के हाथों आज लोकार्पित इस कारखाने का  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 14 दिसम्बर 2015 को भूमिपूजन और शिलान्यास किया था। निर्माण कार्य तीन मार्च 2016 से शुरू हुआ और सिर्फ दस महीने के रिकार्ड समय में पूर्ण कर लिया गया। यह कबीरधाम जिले का दूसरा और छत्तीसगढ़ राज्य का चौथा शक्कर कारखाना होगा।
इस नये शक्कर कारखाने में आधुनिक टेक्नालॉजी का इस्तेमाल किया गया है और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप मशीनें लगाई गई हैं। इसकी प्रतिदिन की गन्ना पेराई की क्षमता 25000 क्विंटल है। इस कारखाने में प्रतिदिन 2500 क्विंटल शक्कर का उत्पादन होगा। इसके अलावा कारखाने से निकलने वाले अपशिष्ट से 14 मेगावाट बिजली भी मिलेगी। पंडरिया विकासखण्ड में कारखाने की स्थापना से क्षेत्र के 300 लोगों को प्रत्यक्ष और 500 लोगों को परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। कबीरधाम जिले के साथ-साथ पड़ोसी जिले बेमेतरा और मुंगेली के गन्ना उत्पादक किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा। लोकार्पण समारोह में खाद्य मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले, लोक निर्माण मंत्री और जिले के प्रभारी श्री राजेश मूणत, लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह, संसदीय सचिव और पंडरिया के विधायक श्री मोतीराम चन्द्रवंशी, संसदीय सचिव श्री तोखन साहू, कवर्धा के विधायक श्री अशोक साहू, राज्य सरकार के अपर मुख्य सचिव और कृषि उत्पादन आयुक्त श्री अजय सिंह तथा जिले के अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों सहित हजारों किसान उपस्थित थे।

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