शिक्षकों द्वारा किये जा रहे नवाचारों को प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने सराहा
रायपुर : दूरस्थ वनांचल नारायणपुर जिले में स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ आलोक शुक्ला ने पढ़ई तुंहर दुआर के तहत संचालित किए जा रहे बासिंग, कुरुषनार, बोरण्ड, डूमरतराई एवं शांति नगर में मोहल्ला क्लास का जायजा लिया। प्रमुख सचिव सर्वप्रथम दूरस्थ वनांचल क्षेत्र बासिंग पहुँचे जहां उन्होंने बच्चों को पढ़ाई के लिए बनाए गए लर्निंग गन एवं ज्ञान का टेलीविजन नवाचार शिक्षा पद्धति की सराहना की। बच्चों से मोहल्ला क्लासों में कराई जा रही पढ़ाई की जानकारी ली तथा बच्चों से विभिन्न शैक्षिक और सहशैक्षिक बिंदुओं पर मनोरंजक और ज्ञानवर्धक सवाल पूछे। बच्चों ने पूछे गए सवालों का उत्साहपूर्वक जवाब दिया। ग्राम बोरण्ड में संचालित मोहल्ला क्लास के बच्चों ने प्रमुख सचिव को गोण्डी भाषा में गीत सुनाया। डॉ शुक्ला ने बच्चों को बेहतर तरीके से शिक्षण कार्य करने के लिए मोहल्ला क्लास का संचालन कर रहे सभी शिक्षको को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उपस्थित शिक्षकों का भी उत्साहवर्धन किया। डॉ शुक्ला ने बच्चों की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि यहां के बच्चे प्रतिभाशाली है। इनकी प्रतिभा को निखारें और योग्य बनाये। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने बच्चों की शिक्षा एवं उनके ज्ञानवर्धन के लिए कई नए विकल्प तलाश कर प्रयास कर रही है। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री राहुल देव, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी आर मंडावी के अलावा जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा लॉकडाउन अवधि में स्कूलों की नियमित पढ़ाई बंद होने के कारण, कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए पालकों की सहमति से स्कूलों से बाहर गांव और मोहल्लों में ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर“ अन्तर्गत शिक्षकों एवं स्थानीय युवाओं के सहयोग से स्वेच्छिक रूप से ऑफ लाईन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा हैं। इन कक्षाओं में वे बच्चे सम्मिलित होते है, जिनके पास मोबाईल फोन या इंटरनेट सुविधा नहीं हैं। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कोरोना काल में विद्यालयों के बंद होने की स्थिति में बच्चो तक शिक्षा पहुंचाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा संचालित ऑन लाइन और आफ लाइन शिक्षण कार्यक्रम पढ़ई तुंहर दुआर का संचालन किया जा रहा है।
नारायणपुर प्रवास के दौरान प्रमुख सचिव श्री आलोक शुक्ला ने सिंगोड़ीतराई में में उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय का निरीक्षण कर विद्यालय के बेहतर संचालन तथा व्यवस्था के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने बच्चों को शैक्षणिक वातावरण, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं अधोसंरचना का लाभ मिले, इसके लिए विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने बच्चों के लिए अच्छी गुणवत्ता युक्त टेबल कुर्सी, प्रयोगशाला, लाईब्रेरी आदि सुविधायें उपलब्ध कराने कहा, ताकि बच्चे में सीखने की कला विकसित हो और वे अपने शैक्षणिक कार्य को बेहतर तरीके से कर सके। प्रमुख सचिव डॉ आलोक शुक्ला ने अंग्रेजी माध्यम स्कूल में प्रवेश प्रक्रिया सहित उपलब्ध संसाधनों की जानकारी ली। उन्होंने स्कूल में प्रयोगशाला और लाइब्रेरी निर्माण करने के संबंध में जरूरी बातें बतायी। डॉ शुक्ला ने भौतिकी और रसायनविज्ञान के लिए अलग से निर्माण किये जा रहे लैब को देखा। उन्होंने सभी बच्चों के लिए प्रयोगशाला में पर्याप्त संख्या में लैब उपकरण हों, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।