एशिया के सबसे बड़े एयरोशो के लिए स्पेस बुकिंग खुली
नई दिल्ली : एयरो इंडिया-21 का 13वां संस्करण 3 से 7 फरवरी, 2021 तक बेंगलुरु, कर्नाटक के वायु सेना स्टेशन, येलहंका में आयोजित किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज नई दिल्ली में एयरो इंडिया 2021 की वेबसाइट https://aerozia.gov.in लॉन्च की। इस वेबसाइट पर स्पेस बुकिंग की जा सकती है।
एयरो इंडिया 2021 वेबसाइट एशिया के सबसे बड़े एयरोशो के लिए एक संपर्क रहित ऑनलाइन इंटरफेस होगी और प्रदर्शनकारियों और आगंतुकों दोनों के लिए ही इस आयोजन से संबंधित सभी ऑनलाइन सेवाओं की यह मेजबानी करेगी। इसके अलावा, रक्षा मंत्रालय की हाल की नीतियों तथा पहलों के संबंध में सूचनात्मक विषय वस्तु के साथ-साथ स्वदेशी वायुयानों और हेलिकॉप्टरों के उत्पादन प्रोफाइल के बारे में भी जानकारी उपलब्ध होगी। रक्षा मंत्री ने इस आयोजन की सफलता के बारे में अपनी शुभकामनाएं दीं हैं।
प्रदर्शक अपनी जरूरत के अनुसार पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर ऑनलाइन पंजीकरण और बुकिंग कर सकेंगे और एयरो इंडिया की वेबसाइट पर ऑनलाइन सभी भुगतान कर सकेंगे। प्रदर्शक 31 अक्टूबर, 2020 से पहले वेबसाइट पर स्थान बुक करके प्रारंभिक छूट का लाभ उठा सकते हैं।
व्यवसाय और अन्य आगंतुक 3 से 7 फरवरी, 2021 तक यह शो देखने के लिए इस वेबसाइट पर ऑनलाइन अपने टिकट खरीद सकेंगे। अपने प्रकाशनों को प्रसारित करने का इच्छुक मीडिया और मीडियाकर्मी भी इस आयोजन की कवरेज के लिए वेबसाइट पर पंजीकरण करा सकेंगे। इस वेबसाइट में एक प्रश्न निवारण और प्रतिक्रिया तंत्र भी शामिल किया गया है जिसमें प्रदर्शक और आगंतुक अपने प्रश्नों और टिप्पणियों को भेजने में सक्षम होंगे। सुरक्षित आयोजन सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य प्रोटोकॉल भी लागू किया जाएगा।
यह वेबसाइट अंतर सक्रिय होगी और इसका उद्देश्य इस शो में पहली बार संपर्क रहित अनुभव उपलब्ध कराना है। इस आयोजन को संज्ञान बनाने के लिए प्रतिभागियों में विश्वास स्थापित करने में मदद करेगी और व्याप्त महामारी संबंधी दिशा-निर्देशों और सुरक्षा उपायों साथ अनुकूल काम करेगी।
उल्लेखनीय है कि रूस की अपनी यात्रा के दौरान अपनी द्विपक्षीय चर्चा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया-21 शो का उल्लेख करते हुए रूस और मध्य एशियाई गणतंत्र देशों के रक्षा मंत्रियों और उद्योग प्रतिनिधिमंडलों को इस शो में भागीदारी के लिए आमंत्रित किया है। वेबसाइट के शुभारंभ के अवसर पर सचिव (रक्षा उत्पादन) राजकुमार और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।