भारत के इन तीन वार से बिलबिलाया चीन, हुआ अरबों डॉलर का नुकसान
लद्दाख में भारत से उलझे चीन को न केवल सामरिक पर बल्कि आर्थिक मोर्चे में भी करारी मार पड़ी है। चीन के खिलाफ की गई डिजिटल स्टॅाइक में 200 से ज्यादा पॉपुलर चीनी ऐप्स पर पाबंदी लगा दी गई। भारत मे बैन हुए टिकटॉक और पबजी को चीन के अधिनायकवादी साम्राज्य की पहचान माना जाता है। इसके बाद दूसरी स्ट्राइक के जरिए चीनी कंपनियों से जुड़े कई सरकारी टेंडरों को तत्काल रद्द कर दिया गया। तीसरी स्ट्राइक में भारतीय सेना ने शौर्य का प्रदर्शन करते हुए लद्दाख में अग्रिम मोर्चों पर तैनात कई महत्वपूर्ण चोटियों पर कब्जा कर चीन को उसके बौने कद का आभास करा दिया।
केवल पबजी के बैन होने के चीन को इतना घाटा
चीन की ऑनलाइन गेमिंग ऐप पबजी को भारत ने कुछ दिनों पहले बैन कर दिया था। इस गेमिंग ऐप का मालिकाना हक चीन की जानीमानी कंपनी टेंसेंट के पास है। भारत में बैन होने के दो दिन के अंदर ही इस कंपनी को 2.49 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा है। टैंसेंट के इतिहास में यह उसके मार्केट वैल्यू में दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले जब अमेरिका ने चीन के वीचैट सोशल ऐप को बैन किया था तब भी टेंसेंस को भारी नुकसान उठाना पड़ा था।
टिकटॉक बैन से हुआ लाखों करोड़ों का नुकसान
चीन सरकार का मुखपत्र माने जाने वाले ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, टिकटॉक और हेलो के भारत में बैन होने से चीन को तगड़ा नुकसान हुआ है। इसके कारण चीनी कंपनी बाइटडांस को लगभग 45,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने वाला है। टिकटॉक के मालिकाना हक वाली कंपनी बाइटडांस ने पिछले साल 3 अरब डॉलर यानी 22,500 करोड़ रुपये का फायदा कमाया। बता दें कि कंपनी ने 2018 में 7.4 अरब डॉलर की कमाई की थी, जो 2019 में बढ़कर 17 अरब डॉलर हो गई। बता दें कि ये कमाई सिर्फ टिकटॉक की नहीं, बल्कि हेलो समेत अन्य प्रोडक्ट्स की भी है।
चीनी कंपनियों से जुड़े कई टेंडर किए गए रद्द
सीमा पर चीन से जारी तनाव के बीच केंद्र सरकार और कई राज्यों ने चीनी कंपनियों के टेंडर को रद्द कर दिया है। बिहार सरकार ने गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले पुल प्रोजक्ट से जुड़ी चीनी कंपनियों को हटा दिया है। वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार ने भी किसी भी सरकारी टेंडर के लिए चीन के दरवाजे बंद कर दिए हैं। सीएम की तरफ से राज्य के सभी विभागों को इस प्रतिबंध को लागू करने का आदेश जारी किया गया है। भारत सरकार ने भी रेलवे और अन्य अहम क्षेत्रों में चीनी कंपनियों पर रोक लगाई थी। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बड़े रोड प्रॉजेक्ट में भी चीन की एंट्री रोक दी थी।
लद्दाख में ऊंचाईयों पर काबिज हुई भारतीय सेना
केवल आर्थिक ही नहीं, बल्कि भारतीय सेना ने सामरिक क्षेत्र में भी चीन को कड़ा सबक सिखाया है। लद्दाख में सीमा विवाद को बढ़ाकर पैंगोंग इलाके में अवैध कब्जा किए चीन को सबक सिखाने के लिए भारतीय सेना ने कई महत्वपूर्ण चोटियों पर अपनी पकड़ को मजबूत बना लिया है। पैंगोंग के दक्षिणी इलाके में स्थित ब्लैक टॉप और उसके आसपास के महत्वपूर्ण रणनीतिक पोस्ट पर भारतीय सेना जमी हुई है।