भारी बारिश से 'डूबा' पाकिस्तान, राजनीति करते रह गए प्रधानमंत्री इमरान खान
भारी बारिश और बाढ़ से बेहाल पाकिस्तान में हालात बहुत खराब हो गए हैं। पाकिस्तान में बारिश और बाढ़ की वजह से अब तक करीब 200 लोगों की मौत हो गई है और हजारों लोगों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित इलाकों में जाना पड़ा है। बारिश की सबसे बड़ी मार पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले कराची शहर को उठाना पड़ा है। केवल कराची में पिछले 24 घंटों में 19 लोगों की मौत हो गई। करीब 53 साल बाद वहां इतनी जोरदार बारिश हुई है।
एक तरफ पाकिस्तानी जनता बाढ़ से त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है, वहीं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान राजनीति करने में व्यस्त हैं। कराची शहर करीब एक महीने से बाढ़ की मार झेल रहा है लेकिन इमरान खान कराची की जनता की सुध नहीं ले रहे हैं। दरअसल, कराची सिंध प्रांत की राजधानी है जहां पर इस समय बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी का शासन है। इमरान खान की पार्टी के नेता कराची की बाढ़ के लिए पीपीपी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
साल 1967 के बाद से एक दिन में सबसे ज्यादा बारिश
कराची शहर में शहर में साल 1967 के बाद से एक दिन में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मौसम विभाग ने कहा कि कराची में गुरुवार को मात्र 12 घंटे में 223.5 मिलीमीटर बारिश हुई, जो कि शहर में एक दिन में हुई सबसे अधिक बारिश है। एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 26 जुलाई, 1967 का था, जबकि मसरूर बेस में 211.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अगस्त में हुई बारिश से शहर का 89 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। संकट जैसी स्थिति के कारण सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने शनिवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की। नौसेना ने विभिन्न क्षेत्रों में नागरिकों की सहायता के लिए नावों और अन्य जीवन रक्षक उपकरणों से लैस आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों को तैनात किया है।
सरकार ‘संकट के समय में’ लोगों का साथ ‘नहीं छोड़ेगी’: इमरान
ऑपरेशन के दौरान, नौसेना की टीमों ने मलिर और कोरंगी क्रॉसिंग के बाढ़ वाले क्षेत्रों में फंसे 55 लोगों को भी बचाया, साथ ही सैमू गोथ में फंसे 20 परिवारों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। इसी बीच शहर की कई प्रमुख सड़कों पर भारी ट्रैफिक जाम देखा गया और कराची के कई इलाकों में बिजली भी ठप्प रही। शहर के कुछ क्षेत्रों में 10 घंटे से अधिक समय तक बिजली गायब रही। हालत यह है कि कराची की कई सड़कें नदी में बदल गई हैं जहां से सीवर का पानी बह रहा है।
कराची इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने कहा कि एहतियात के तौर पर बिजली की सप्लाई कई क्षेत्रों में प्रतिबंधित कर दी गई है। कराची में असाधारण बाढ़ को लेकर आलोचना के घेरे में आए प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार ‘संकट के समय में’ शहर के लोगों का साथ ‘नहीं छोड़ेगी’। कई ट्वीट के माध्यम से उन्होंने कहा कि संघीय सरकार बारिश के कारण तबाही का ‘पूरी तरह से संज्ञान’ ले रही है। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं व्यक्तिगत रूप से राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहा हूं, और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अध्यक्ष और नियमित अपडेट के लिए सिंध के गवर्नर के निरंतर संपर्क में हूं।’